रेवाड़ी: पीएनबी बैंक से एक लाख 44 हजार रुपये का लोन न चुकाने के कारण अमर सिंह नाम के किसान ने आत्महत्या की थी. इसके बाद अखिल भारतीय किसान महासभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रेम सिंह गहलावत मृतक किसान के घर पहुंचे. उन्होंने किसान हत्या के दोषी कर्मचारियों को निलंबित कर गिरफ्तार करने की मांग की.
अमर सिंह किसान आत्महत्या मामला
दरअसल ये मामला जिले के राजगढ़ गांव का है, जहां किसान अमर सिंह ने अपनी पत्नी निर्मला के नाम पर पीएनबी बैंक से एक लाख 44 हजार रुपये का लोन लिया हुआ था. बैंक लोन ना चुकाने पर अदालत ने लोन रिकवरी वारंट जारी किया था. जिसके बाद भाड़ावास चौकी पुलिस मृतक किसान की पत्नी निर्मला देवी को सुबह बलपूर्वक अपने साथ ले गई और गिरफ्तार कर लिया था. पत्नी को बलपूर्वक ले जाने से आहत किसान अमर सिंह ने कुछ देर बाद ही अपने घर में फंदा लगाकर आत्महत्या किया था.
हत्या का कारण पुलिसकर्मी
बलपूर्वक मृतक किसान अमर सिंह की पत्नी को गिरफ्तार कर ले जाने वाली महिला चौकी इंचार्ज रेनू और हैंड कांस्टेबल संदीप के खिलाफ पुलिस ने आईपीसी की धारा 306 और 34 के तहत मामला दर्ज कर लिया है. एसपी के आदेश पर उन दोनों को कॉल लाइन में भेज दिया गया है.
अखिला भारतीय किसान महासभा ने कही ये बात
इस मामले पर संज्ञान लेते हुए अखिल भारतीय किसान महासभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रेम सिंह गहलावत मृतक किसान के गांव राजगढ़ स्थित उनके घर पहुंचे. इस दौरान उन्होंने किसान नीति को लेकर केंद्र और राज्य की सरकारों को आड़ें हाथ लिया. गहलावत ने कहां कि केंद्र और राज्य की सरकारें कह रही है कि 2022 तक किसानों की आय दोगुना कर दी जाएगी. ताकि किसान खुशहाल और समृद्ध जीवन व्यतीत कर सकें.
आरोपी पुलिस कर्मी को तुरंत गिरफ्तार करने की मांग की
हरियाणा के रेवाड़ी में जो सुसाइड किसान अमर सिंह ने किया उसकी वजह सरकार ही रही है. उन्होंने कहा कि किसान की आत्महत्या के आरोप जिन पुलिस कर्मचारियों पर लगे हैं, उन्हें अब तक गिरफ्तार नहीं किया गया है. इसमें सरकार की नाकामी दिखाई दे रही है. गहलावत ने मांग की है कि तुरंत प्रभाव से आरोपित पुलिस कर्मचारियों को निलंबित कर उन्हें गिरफ्तार किया जाए और और उन्हें कड़ी से कड़ी सजा दी जाए.
पीड़ित परिवार के लिए मुआवजा राशि की भी मांग की
उन्होंने सरकार से मांग की है कि पीड़ित किसान परिवार को 2 करोड़ रुपये मुआवजा राशि दी जाए, ताकि मृतक किसान के परिवार वालों को राहत दिलाई जा सके. उन्होंने हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को भी कटघरे में खड़ा करते हुए कहा कि मनोहर लाल खट्टर को शर्म आनी चाहिए कि उन्होंने अब तक इस मामले पर कोई भी संज्ञान नहीं लिया है.
दी ये चेतावनी
अखिल भारतीय किसान महासभा के राष्ट्रीय महा उपाध्यक्ष प्रेम सिंह गहलावत ने कहा है कि अगर सरकार समय रहते किसान सुसाइड मामले पर कोई संज्ञान नहीं लेती है तो वह जल्दी ही इसको लेकर एक बड़ा आंदोलन छोड़ेंगे, जिसमें हरियाणा की सभी 19 किसान संगठन भाग लेंगे.