रेवाड़ी: नौकरी से निकाले गए पीटीआई शिक्षकों और अन्य कर्मचारी संगठनों ने शुक्रवार को जिला सचिवालय पर जोरदार प्रदर्शन किया और अपनी गिरफ्तारियां दी. पीटीआई शिक्षकों की मांग है कि उन्हें बहाल किया जाए.
प्रदर्शनकारी जैसे ही प्रदर्शन करते हुए जिला सचिवालय पहुंचे तो वहां पहले से खड़ी पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर कुछ दूरी पर छोड़ दिया. जेल भरो आंदोलन के जरिए बर्खास्त पीटीआई शिक्षकों ने खट्टर सरकार को चेतावनी भरे अंदाज में ललकारते हुए कहा कि अगली बार बीजेपी की सरकार किसी भी कीमत पर नहीं बनेगी.
उन्होंने कहा कि हम पूरी भर्ती प्रक्रिया के तहत ही भर्ती हुए थे अब फिर से परीक्षा किसी भी कीमत पर नहीं देंगे. पीटीआई शिक्षकों ने कहा कि आने वाली 16 तारीख से बरोदा उपचुनाव में हम सरकार के खिलाफ प्रचार करेंगे.
ये है पूरा मामला?
हरियाणा स्टाफ सेलेक्शन कमीशन ने अप्रैल 2010 में 1983 पीटीआई को प्रदेशभर में भर्ती किया था. इस दौरान नियुक्तियों में असफल रहे अभ्यार्थियों में संजीव कुमार, जिले राम और एक अन्य ने हाई कोर्ट में याचिका दायर कर नियुक्ति में गड़बड़ी का आरोप लगा चुनौती दी थी. याचिका में कहा गया था कि ऐसे उम्मीदवारों को भी नियुक्ति दी गई थी, जिनके शैक्षणिक दस्तावेज फर्जी हैं.
हाई कोर्ट की सिंगल बेंच ने याचिका पर सुनवाई कर पीटीआई की भर्ती को रद्द कर दिया था. उसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने भी फैसला बरकरार रखा था. वहीं सुप्रीम कोर्ट के आदेश को मानते हुए हरियाणा सरकार ने इसी साल 1983 पीटीआई शिक्षकों को बर्खास्त कर दिया है. जिसके बाद से प्रदेशभर में पीटीआई शिक्षकों की बहाली को लेकर प्रदर्शन जारी है.
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