रेवाड़ी: माजरा क्षेत्र में बनने वाले अखिल आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) प्रोजेक्ट निर्माण कार्य की प्रक्रिया तेज हो गई है. अगले सोमवार से प्रस्तावित एस्म स्थल से जुड़े भू-मालिकों से रजिस्ट्री प्रक्रिया (Majra AIIMS land registry started) की शुरुआत हो जायेगी. यह जानकारी रेवाड़ी डीसी अशोक कुमार गर्ग ने दी. डीसी गर्ग शनिवार को माजरा एम्स निर्माण को लेकर कुंड आईटीआई परिसर में सम्बंधित अधिकारियों और माजरा एम्स निर्माण समिति के सदस्यों के साथ समीक्षात्मक बैठक कर रहे थे.
डीसी ने जिला राजस्व अधिकारी और अन्य संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि गांव माजरा क्षेत्र में बनने वाले अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) की जमीन की रजिस्ट्री सोमवार से प्रभावी रूप से शुरू की जाए और इसके लिए सभी तैयारियां राजस्व विभाग द्वारा पूरी करें. उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि एम्स जमीन से संबंधित रजिस्ट्री के समय किसी को कोई परेशानी न हो. इसलिए अधिकारियों को चाहिए कि वे पहले से ही अपनी पूरी तैयारी करके रखें.
डीसी अशोक कुमार ने कहा कि रजिस्ट्री प्रक्रिया निर्बाध रूप से पूरी हो सके उसके लिए बिजली आपूर्ति बाधित होने के बावजूद भी जनरेटर की व्यवस्था करें. साथ ही उन्होंने डीआईओ को निर्देश दिए कि वे कम्प्यूटर सिस्टम और इंटरनेट सुविधा का प्रबंध सुनिश्चित करें. आमजन की सुविधा के लिए पानी के कैम्पर, कुर्सी, मेज की व्यवस्था भी की जाये. डीसी ने सम्बंधित प्रशासनिक अधिकारी को अपनी देखरेख में इस कार्य को पूरा करने का निर्देश दिया. उन्होंने अधिकारियों को ग्रामीणों की जमीन के पैसे वितरण के लिए बैंक के माध्यम से सीधे खाते में आरटीजीएस करने के लिए कहा.
साल 2014 में हरियाणा के रेवाड़ी जिले में एम्स बनाने की घोषणा की गई थी. इसके लिए मनेठी में ग्राम पंचायत ने 200 एकड़ से भी ज्यादा जमीन देने का प्रस्ताव सरकार को दिया था. लेकिन वन क्षेत्र होने के चलते पर्यावरण विभाग से इसकी अनुमति नहीं मिल पाई. जमीन नहीं मिलने के चलते ये मामला लटक गया. इसके बाद रेवाड़ी जिले के ही माजरा गांव में जमीन को लेकर सहमति बनी. अब इसी जमीन के लिए रजिस्ट्री प्रक्रिया सोमवार से शुरू की जा रही है.