रेवाड़ी: निकाले गए पीटीआई अध्यापकों ने सरकार के खिलाफ मोर्च खोल दिया है. टीचर्स ने धरना प्रदर्शन करते हुर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की. साथ ही प्रदेश के सीएम मनोहर लाल को चेतावनी दी. उन्होंने कहा कि अगर सरकार ने अध्यापकों को बहाल नहीं किया तो वो मुस्मिल धर्म अपनाने को मजबूर हो जाएंगे.
बता दें कि प्रदेश सरकार ने 1983 पीटीआई अध्यापकों को बर्खास्त कर दिया है. जिसे लेकर पीटीआई अध्यापक सरकार से काफी नाराज हैं. इन नाराज कर्मचारियों ने सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया. ये पीटीआई कर्मचारी पिछले दो दिनों से जिला सचिवालय के बाहर प्रदर्शन कर रहे हैं.
नाराज कर्मचारियों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए कहा कि अगर सरकार ने एक महीने के अंदर उनकी बहाली नहीं की तो वो मुस्लिम धर्मगुरुओं को बुलाकर मुस्लिम धर्म अपनाने को मजबूर होंगे. इस दौरान धरने का नेतृत्व करते हुए पीटीआई टीचर प्रधान सुनील ने कहा कि 10 साल नौकरी कराने बाद सरकार को होश आया है कि ये भर्ती प्रक्रिया ठीक नहीं थी. उन्होंने ये नौकरी सरकारी नियम के अनुसार पाई थी. अब वो सरकार की गलतियों को क्यों भुगतें.
उनका कहना है कि 10 साल नौकरी कराने के बाद सरकार ने उन्हें अंधेरे में छोड़ दिया है. इस ढलती उम्र में उन्हें अब कोई नौकरी पर भी नहीं रखेगा. ऐसे में उनके सामने अपने घर का चूल्हा चलाने का संकट गहरा गया है. जिसको पीटीआई टीचर किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं करेंगे. अब देखना होगा कि सरकार इन अध्यापकों की चेतावनी को कितनी गहराई से लेती है या फिर मजबूर होकर इन्हें मुस्लिम धर्म अपनाने पर विवश होना पड़ेगा.