रेवाड़ी: हरियाणा में इन दिनों साइबर ठगी के मामले देखे जा रहे हैं. आए दिन ऑनलाइन धोखाधड़ी के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं. ताजा मामला जिला रेवाड़ी से सामने आया है. जहां हल्दीराम की फ्रेंचाइजी देने का झांसा देकर शातिरों ने महिला से 8 लाख 57 हज़ार 500 रुपये की ठगी कर ली. शिकायत मिलने पर साइबर थाना पुलिस ने अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है. पुलिस ने इस मामले की जांच भी शुरू कर दी है.
साइबर थाना पुलिस को दी शिकायत में रेवाड़ी शहर की मॉडल टाउन निवासी अर्चना शर्मा ने कहा कि हल्दीराम की फ्रेंचाइजी देने के एवज में शातिर बदमाशों ने उससे 8 लाख 57 हजार 500 रुपये का फ्रॉड कर लिया. अर्चना ने बताया कि एक वेबपेज के माध्यम से उसे संदेश मिला था, कि हल्दीराम की फ्रेंचाइजी के लिए आवेदन ऐसे करें. जिसको वह फॉलो करती रहे और अपने मोबाइल नंबर इस वेबपेज पर दर्ज कर दिये.
जिसके बाद पंकज भदौरिया नामक युवक का उसके पास फोन आया और उसने बताया कि वह हल्दीराम कंपनी में मार्केटिंग टीम से बोल रहा है. उसने कहा कि 23 मार्च के बाद फ्रेंचाइजी की प्रक्रिया तेज कर दी जाएगी. इस बारे में उसकी मेल पर एक स्वीकृत पत्र भी भेजा गया. 24 मार्च को ई-मेल मिला कि आवेदन के लिए 59 हजार रुपये जमा कराने होंगे. जब उसने इसे लेकर पंकज से बात की कि तो उसने बताया कि यह प्रक्रिया तेज है और यह राशि जमा करने के बाद प्रक्रिया बढ़ पायेगी. उसने यह राशि फोन-पे के माध्यम से जमा करवा दी.
वहीं, अर्चना ने बताया कुछ दिनों बाद ई-मेल पर उसे फिर से एक संदेश मिला कि 118500 रुपये जमा फ्रेंचाइजी के समझौते के एवज में जमा कराने होंगे. यह राशि उसने फोन-पे के माध्यम से जमा करवा दी. 28 मार्च को उसे संदेश मिला कि जल्द ही मार्केटिंग टीम घर का दौरा करेगी. जिसके बाद उसे एक और ई-मेल मिला कि 2 लाख रुपये आरटीजीएस कराने होंगे. उसने यह राशि भी जमा करा दी.
इसके बाद पंकज का फोन आया कि साइट के विकास में 6 महीने का समय दिया गया है और इसके एवज में 4 लाख रुपये फ्रेंचाइजी फीस के तौर पर जमा करवाने होंगे. जब उसने मना किया तो पंकज ने अन्य शिवम नामक फर्जी अधिकारी से बात कराई. जिसमे उसने कहा कि त्वरित कार्रवाई के लिए पैसे जमा कराने ही होंगे. अन्यथा आपकी जो भी राशि जमा हुई है, वह आपको वापिस कर सौदा रद्द कर दिया जाएगा. उनकी बातों में आकर उसने 31 मार्च को 4 लाख रुपये भी जमा करवा दिये.
ये भी पढ़ें: फरीदाबाद में 13 साल के बच्चे की हत्या, आगरा नहर के पास प्लास्टिक के कट्टे में बंद मिला शव
जिसके बाद उसे बताया गया कि 7 अप्रैल को मार्केटिंग टीम घर आएगी. जब उसने 7 मार्च को पंकज व अन्य अधिकारियों को फोन किया, तो उन सभी के फोन बंद मिले. जिसके बाद उसे अहसास हुआ कि उसके साथ धोखाधड़ी की गई है. पीड़ित अर्चना शर्मा का कहना है, कि शातिर बदमाशों ने उससे कुल 857500 रुपये की धोखाधड़ी की है. साईबर थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर संबंधित फोन व खाता नंबरों के अनुसार जांच शुरू कर दी है.