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रेवाड़ी में जच्चा-बच्चा की मौत का मामला, धारूहेड़ा PHC पर लोगों का प्रदर्शन, स्टाफ पर लगाया लापरवाही का आरोप

रेवाड़ी में एक महीने पहले हुई जच्चा-बच्चा की मौत (mother child death Case in Rewari) के मामले में सोमवार को स्थानीय लोग पीएचसी पहुंचे और वहां तैनात स्टाफ के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया.

mother child death Case in Rewari
रेवाड़ी में जच्चा-बच्चा की मौत का मामला, धारूहेड़ा PHC पर लोगों का प्रदर्शन
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Published : Mar 13, 2023, 2:42 PM IST

धारूहेड़ा PHC पर लोगों का प्रदर्शन.

रेवाड़ी: जिले के औद्योगिक कस्बा धारूहेड़ा की PHC में सोमवार को लोगों ने जमकर प्रदर्शन किया. स्थानीय लोगों ने स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सा स्टाफ पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया. प्रदर्शनकारी करीब एक महीने पहले हुई जच्चा-बच्चा की मौत के मामले में कार्रवाई की मांग कर रहे थे. इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने सीएमओ के नाम एक मांग पत्र भी सौंपा.

धारूहेड़ा निवासी वीरेंद्र सैनी ने बताया कि 7 फरवरी 2023 को उन्होंने अपनी गर्भवती पुत्रवधु निक्की को धारूहेड़ा पीएचसी में भर्ती कराया था. वीरेंद्र सैनी का कहना है कि जब उन्होंने निक्की को भर्ती कराया तो बीपी व अल्ट्रासाउंड सहित सभी जांचें नॉर्मल थी. इस दौरान रात के समय पीएचसी में कोई डॉक्टर नहीं था. देर रात गर्भवती की तबीयत बिगड़ने लगी.

पढ़ें: फरीदाबाद नागरिक अस्पताल में देर रात डॉक्टर के साथ मारपीट, तीन आरोपी गिरफ्तार

इस पर गर्भवती महिला के परिजनों ने वार्ड में मौजूद नर्स को तुरंत डॉक्टर को बुलाने के लिए कहा था, लेकिन नर्स ने डॉक्टर को नहीं बुलाया था. रात में पुत्रवधु ने बच्चे को जन्म दिया तो स्टाफ नर्स ने कहा कि बच्चे की हालत गंभीर होने के कारण उसे किसी दूसरे अस्पताल में ले जाएं. वीरेंद्र सैनी का कहना है कि रात में ही वह बच्चे को पड़ोसी कस्बा भिवानी के एक निजी अस्पताल में लेकर पहुंचे, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया.

वहीं, धारूहेड़ा पीएचसी के स्टाफ नर्स ने आधी रात में जच्चा की हालत भी खराब होने की बात कही. जब उन्होंने पुत्रवधु को ले जाने के लिए अस्पताल की एंबुलेंस मांगी तो एंबुलेंस का ड्राइवर नहीं मिलने के कारण उन्हें प्राइवेट वाहन से पुत्रवधु को ले जाना पड़ा. इस दौरान रास्ते में जच्चा ने भी दम तोड़ दिया. वीरेंद्र का आरोप है कि इस मामले में धारूहेड़ा पीएचसी के स्टाफ की लापरवाही के कारण उनकी पुत्रवधु और उसके बच्चे की मौत हुई है.

पढ़ें: Gurugram News: कुत्ते को खाना खिलाना महिला को पड़ा भारी, दबंगों ने दौड़ा-दौड़ाकर पीटा

वीरेंद्र सैनी ने कहा कि उनके परिवार ने जच्चा-बच्चा दोनों को खो दिया है. इसके बाद स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को उन्होंने शिकायत भी दी थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई. जिसके विरोध में सोमवार को धारूहेड़ा के लोग एकत्रित होकर पीएचसी पहुंचे और यहां स्टाफ के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की. इसके साथ ही प्रदर्शनकारियों ने सीएमओ के नाम ज्ञापन भी सौंपा गया.

धारूहेड़ा PHC पर लोगों का प्रदर्शन.

रेवाड़ी: जिले के औद्योगिक कस्बा धारूहेड़ा की PHC में सोमवार को लोगों ने जमकर प्रदर्शन किया. स्थानीय लोगों ने स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सा स्टाफ पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया. प्रदर्शनकारी करीब एक महीने पहले हुई जच्चा-बच्चा की मौत के मामले में कार्रवाई की मांग कर रहे थे. इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने सीएमओ के नाम एक मांग पत्र भी सौंपा.

धारूहेड़ा निवासी वीरेंद्र सैनी ने बताया कि 7 फरवरी 2023 को उन्होंने अपनी गर्भवती पुत्रवधु निक्की को धारूहेड़ा पीएचसी में भर्ती कराया था. वीरेंद्र सैनी का कहना है कि जब उन्होंने निक्की को भर्ती कराया तो बीपी व अल्ट्रासाउंड सहित सभी जांचें नॉर्मल थी. इस दौरान रात के समय पीएचसी में कोई डॉक्टर नहीं था. देर रात गर्भवती की तबीयत बिगड़ने लगी.

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इस पर गर्भवती महिला के परिजनों ने वार्ड में मौजूद नर्स को तुरंत डॉक्टर को बुलाने के लिए कहा था, लेकिन नर्स ने डॉक्टर को नहीं बुलाया था. रात में पुत्रवधु ने बच्चे को जन्म दिया तो स्टाफ नर्स ने कहा कि बच्चे की हालत गंभीर होने के कारण उसे किसी दूसरे अस्पताल में ले जाएं. वीरेंद्र सैनी का कहना है कि रात में ही वह बच्चे को पड़ोसी कस्बा भिवानी के एक निजी अस्पताल में लेकर पहुंचे, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया.

वहीं, धारूहेड़ा पीएचसी के स्टाफ नर्स ने आधी रात में जच्चा की हालत भी खराब होने की बात कही. जब उन्होंने पुत्रवधु को ले जाने के लिए अस्पताल की एंबुलेंस मांगी तो एंबुलेंस का ड्राइवर नहीं मिलने के कारण उन्हें प्राइवेट वाहन से पुत्रवधु को ले जाना पड़ा. इस दौरान रास्ते में जच्चा ने भी दम तोड़ दिया. वीरेंद्र का आरोप है कि इस मामले में धारूहेड़ा पीएचसी के स्टाफ की लापरवाही के कारण उनकी पुत्रवधु और उसके बच्चे की मौत हुई है.

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वीरेंद्र सैनी ने कहा कि उनके परिवार ने जच्चा-बच्चा दोनों को खो दिया है. इसके बाद स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को उन्होंने शिकायत भी दी थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई. जिसके विरोध में सोमवार को धारूहेड़ा के लोग एकत्रित होकर पीएचसी पहुंचे और यहां स्टाफ के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की. इसके साथ ही प्रदर्शनकारियों ने सीएमओ के नाम ज्ञापन भी सौंपा गया.

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