रेवाड़ी: जिले में एकबार फिर बिजली विभाग की लापरवाही की देखने को मिली है ताजा मामला रेवाड़ी के गांव नाहड़ का जहां करीब 4 बजे डीसी रेट पर काम करने वाला लाइनमैन पंकज परमिट लेकर लाइन को सही करने के लिए खंभे पर चढ़ा और तभी बिजलीघर से बिना परमिशन के लाइन को चालू कर दी गई. जिसके चलते 22 वर्षीय पंकज की करंट लगने से मौके पर ही मौत हो गई.
परिचित व्यक्ति ने दी सूचना
वहीं ग्रमीण व परिजनों का कहना है कि हादसे के वक्त पंकज के साथ कोई भी कर्मचारी मौजूद नहीं था और चश्मदीद ने फोन पर परिजनों को सूचना देकर बुलाया था. सूचना के बाद परिजनों ने युवक को अस्पताल में भर्ती कराया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. जिसके बाद गुस्साए परिजनों ने शव को सड़क पर रखकर कोसली-कनीना मार्ग को नाहड़ के समीप जाम कर दिया.
'डीसी रेट के कर्मचारी को लाइन पर चढ़ने की परमिशन नहीं है'
वहीं घटना स्थल पर पहुंचे अधिकारी का कहना है कि डीसी रेट के कर्मचारी को लाइन पर चढ़ने की इजाजत नहीं है. लेकिन पंकज को लाइन पर किसी ने चढ़ाया ये जांच का विषय है जांच के आदेश दे दिए हैं. जो भी दोषी होगा उसे छोड़ा नहीं जाएगा.
जाम खोलने से इंनकार
जाम में फंसे लोगों ने जब गुस्साए ग्रामीणों से जाम खोलने का अनुरोध किया तो ग्रामीणों ने साफ मना करते हुए कहा था कि जब तक प्रशासन व बिजली विभाग के अधिकारी नहीं आते और आरोपी व्यक्ति पर कार्रवाई नहीं होती तब तक जाम नहीं खोलेंगे.
5 घंटे बाद पहुंचे अधिकारी
बिजली विभाग व प्रशासन की लापरवाही का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि लाइनमैन पंकज की मौत करीब 4 बजे हुई थी. करीब 5 घंटे बाद 9 बजे घटनास्थल पर अधिकारी पहुंचे तो ग्रमीणों व परिजनों अधिकारियों के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए जम कर विरोध किया और बिजली विभाग के एसडीओ से तत्काल कार्रवाई करने की मांग पर अड़ गए. जिसके बाद प्रशासन के और अधिकारियों बुलाया गया और ग्रामीण व परिजनों को समझा-बूझा कर जाम खुलवाया गया.
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