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लॉकडाउनः प्रवासी नहीं दे पाए किराया तो मकान मालिक ने शौचालय बंद किया, बिजली भी काटी

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Published : May 11, 2020, 12:26 PM IST

रेवाड़ी में एक प्रवासी मजदूर परिवार जब घर का किराया नहीं दे पाया तो मकान मालिक ने घर के शौचालय पर ही ताला लगा दिया. यही नहीं एक छोटे से बच्चे के दूध के लिए रखे पैसे भी वो अपने साथ ले गया.

Landlord cut electricity connection of labour family house for rent in rewari
प्रवासी नहीं दे पाए किराया तो मकान मालिक ने शौचालय पर तालाबंदी कर काटा बिजली कनेक्शन

रेवाड़ीः लॉकडाउन के दौरान पिछले 56 दिनों से प्रवासी मजदूरों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. एक तरफ जहां इन मजदूरों का एक वक्त की रोटी का जुगाड़ कर पाना मुश्किल हो रहा है, तो वहीं दूसरी ओर आर्थिक रूप से कमजोर होने के चलते इनका शोषण भी शुरू हो गया है. मामला रेवाड़ी से सामने आया है, जहां एक मजदूर परिवार पर उस समय दुखों का पहाड़ टूट पड़ा, जब किराया और बिजली बिल न देने पर मकान मालिक ने न केवल बिजली कनेक्शन काट दिया बल्कि शौचालय पर तालाबंदी कर उन्हें मकान से निकाल देने की धमकी दी.

परेशान झुग्गियों के प्रवासी

ढालियावास गांव में 30 से अधिक झुग्गियां हैं और इनमें करीब 30 परिवार थे, लेकिन लॉकडाउन के चलते अनेक प्रवासी यहां से पलायन कर गए और जो अब रह रहे हैं, वो मकान मालिक की डांट फटकार से दुखी हैं. उन्हें किराया और बिजली बिल देने को लेकर परेशान किया जा रहा है. प्रवासियों ने बताया कि बेरोजगारी के चलते वो किराया और बिजली बिल देने में असमर्थ हैं. इसके बावजूद उनके मकान मालिक उनपर किराए का दबाव बना रहे हैं.

प्रवासी नहीं दे पाए किराया तो मकान मालिक ने शौचालय पर तालाबंदी कर काटी बिजली

बिजली कनेक्शन काट शौचालय पर लगाया ताला

परेशान प्रवासियों ने बताया कि किराया ना देने पर मकान मालिक ने झुग्गियों की बिजली काट दी और शौचालय पर ताला लगा दिया है. उन्हें शौच के लिए बाहर जाना पड़ रहा है. हद तो तब हो गई, जब किराया नहीं चुकाने पर बच्चे के दूध के लिए रखे पैसे भी छीन लिए. मदद के सभी रास्ते बंद होता देख प्रवासियों ने समाजसेवी एडवोकेट कैलाश चंद से संपर्क किया और आपबीती बताई.

मकान मालिक से लिखवाया पत्र

समाजसेवी एडवोकेट कैलाश चंद की मदद से मॉडल टाउन थाना पुलिस को शिकायत दी गई. पुलिस मौके पर पहुंची और दोनों पक्षों की समस्याएं सुनीं. इसके बाद शौचालय का ताला खुलवाया गया और बिजली का कनेक्शन जोड़ दिया गया. इस दौरान मकान मालकिन से लिखित में पत्र लिखवाया है कि जब तक लॉकडाउन चलेगा वो किराया नहीं मांगेगी और न ही परेशान करेगी. वहीं प्रवासियों से भी लिखवाया गया है कि लॉकडाउन खत्म होने के बाद उन्हें किराया और बिजली बिल देना होगा.

ये भी पढ़ेंः शेल्टर होम में बेचैन हो रहे हैं प्रवासी मजदूर, किसी भी तरह पहुंचना चाहते हैं गृह क्षेत्र

लॉकडाउन में नहीं कर सकते परेशान

कैलाश चंद ने बताया कि मकान मालिक और मालकिन दोनों सरकारी नौकरी करते हैं. इसके बावजूद वे प्रवासियों से बिजली का भुगतान 10 रुपये प्रति यूनिट लेते हैं, जबकि विभाग द्वारा कुछ और ही रेट तय किए हुए हैं. उन्होंने बताया कि सरकार की गाइडलाइन के अनुसार लॉकडाउन के दौरान कोई भी मकान मालिक किराएदार को किराए के लिए परेशान नहीं कर सकता और न ही मकान से निकाल सकता है. ऐसे में इन्हें किराए के लिए परेशान करना उचित नहीं है.

रेवाड़ीः लॉकडाउन के दौरान पिछले 56 दिनों से प्रवासी मजदूरों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. एक तरफ जहां इन मजदूरों का एक वक्त की रोटी का जुगाड़ कर पाना मुश्किल हो रहा है, तो वहीं दूसरी ओर आर्थिक रूप से कमजोर होने के चलते इनका शोषण भी शुरू हो गया है. मामला रेवाड़ी से सामने आया है, जहां एक मजदूर परिवार पर उस समय दुखों का पहाड़ टूट पड़ा, जब किराया और बिजली बिल न देने पर मकान मालिक ने न केवल बिजली कनेक्शन काट दिया बल्कि शौचालय पर तालाबंदी कर उन्हें मकान से निकाल देने की धमकी दी.

परेशान झुग्गियों के प्रवासी

ढालियावास गांव में 30 से अधिक झुग्गियां हैं और इनमें करीब 30 परिवार थे, लेकिन लॉकडाउन के चलते अनेक प्रवासी यहां से पलायन कर गए और जो अब रह रहे हैं, वो मकान मालिक की डांट फटकार से दुखी हैं. उन्हें किराया और बिजली बिल देने को लेकर परेशान किया जा रहा है. प्रवासियों ने बताया कि बेरोजगारी के चलते वो किराया और बिजली बिल देने में असमर्थ हैं. इसके बावजूद उनके मकान मालिक उनपर किराए का दबाव बना रहे हैं.

प्रवासी नहीं दे पाए किराया तो मकान मालिक ने शौचालय पर तालाबंदी कर काटी बिजली

बिजली कनेक्शन काट शौचालय पर लगाया ताला

परेशान प्रवासियों ने बताया कि किराया ना देने पर मकान मालिक ने झुग्गियों की बिजली काट दी और शौचालय पर ताला लगा दिया है. उन्हें शौच के लिए बाहर जाना पड़ रहा है. हद तो तब हो गई, जब किराया नहीं चुकाने पर बच्चे के दूध के लिए रखे पैसे भी छीन लिए. मदद के सभी रास्ते बंद होता देख प्रवासियों ने समाजसेवी एडवोकेट कैलाश चंद से संपर्क किया और आपबीती बताई.

मकान मालिक से लिखवाया पत्र

समाजसेवी एडवोकेट कैलाश चंद की मदद से मॉडल टाउन थाना पुलिस को शिकायत दी गई. पुलिस मौके पर पहुंची और दोनों पक्षों की समस्याएं सुनीं. इसके बाद शौचालय का ताला खुलवाया गया और बिजली का कनेक्शन जोड़ दिया गया. इस दौरान मकान मालकिन से लिखित में पत्र लिखवाया है कि जब तक लॉकडाउन चलेगा वो किराया नहीं मांगेगी और न ही परेशान करेगी. वहीं प्रवासियों से भी लिखवाया गया है कि लॉकडाउन खत्म होने के बाद उन्हें किराया और बिजली बिल देना होगा.

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लॉकडाउन में नहीं कर सकते परेशान

कैलाश चंद ने बताया कि मकान मालिक और मालकिन दोनों सरकारी नौकरी करते हैं. इसके बावजूद वे प्रवासियों से बिजली का भुगतान 10 रुपये प्रति यूनिट लेते हैं, जबकि विभाग द्वारा कुछ और ही रेट तय किए हुए हैं. उन्होंने बताया कि सरकार की गाइडलाइन के अनुसार लॉकडाउन के दौरान कोई भी मकान मालिक किराएदार को किराए के लिए परेशान नहीं कर सकता और न ही मकान से निकाल सकता है. ऐसे में इन्हें किराए के लिए परेशान करना उचित नहीं है.

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