रेवाड़ी: रेवाड़ी में फायर एनओसी रिन्यू कराने के नाम पर रिश्वतखोरी का मामला सामने आया है. गुरुग्राम विजिलेंस ब्यूरो टीम ने सोमवार को फायर ऑफिसर को 30 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ा है. फायर ऑफिसर ने एक लाख रुपये की मांग की थी, इसमें से वह 40 हजार की रिश्वत पहले ही ले चुका था. पीड़ित की शिकायत पर जाल बिछाकर गुरुग्राम विजिलेंस ब्यूरो टीम ने मौके पर ही फायर ऑफिसर को दबोच लिया और कार्रवाई शुरू कर दी है. आज आरोपी को अदालत में पेश करने की तैयारी की जा रही है.
ये है पूरा मामला: रेवाड़ी में धारूहेड़ा की विपुल गार्डन सोसाइटी की रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन की ओर से फायर एनओसी रिन्यू कराने के लिए दमकल केंद्र में आवेदन किया गया था. शिकायतकर्ता का आरोप है कि फायर ऑफिसर सज्जन सिंह सांगवान ने फायर एनओसी रिन्यू करने के एवज में आरडब्ल्यूए के प्रधान कंवर सिंह से एक लाख रुपए की रिश्वत की मांग की थी. हैरानी की बात यह है कि पीड़ित युवक 40 हजार रुपये पहले ही दे चुका है और बार-बार रिश्वत की मांग कर रहा था. ऐसे में परेशान होकर पीड़ित युवक ने इसकी शिकायत विजिलेंस टीम को दी. पीड़ित की शिकायत पर विजिलेंस ने एक टीम गठित फायर ऑफिसर को पकड़ने के लिए जाल बिछाया. इसी कड़ी में सोमवार को गुरुग्राम विजिलेंस ब्यूरो टीम ने फायर ऑफिस में ही मौके पर 30 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए दबोच लिया.
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30 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रेवाड़ी में फायर ऑफिसर गिरफ्तार: मामले में प्रशासन की ओर से जिला राजस्व अधिकारी राकेश कुमार को ड्यूटी मजिस्ट्रेट नियुक्त किया गया था. कंवर सिंह रिश्वत की राशि लेकर रेवाड़ी के दमकल विभाग में पहुंचा, जहां पर फायर ऑफिसर सज्जन सिंह बातचीत करने लगा और उससे पैसे की डिमांड करने लगा. जैसे ही पीड़ित ने उसे 30 हजार रुपये दिए तो मौके पर तैनात विजिलेंस की टीम ने उसे दबोच लिया. फिलहाल गुरुग्राम विजिलेंस ब्यूरो टीम पूरे मामले की जांच कर रही है. टीम का कहना है कि जल्द ही सारे खुलासे कर दिए जाएंगे. वहीं, इस तरह की रिश्वत लेने पर विभाग में हड़कंप मचा हुआ है. गुरुग्राम विजिलेंस ब्यूरो टीम यह भी पता लगाने का प्रयास कर रही है कि आरोपी इससे पहले और कितने लोगों से रिश्वत ले चुका है.