रेवाड़ी: जिले की अनाज मंडी में गेंहू की सरकारी खरीद बंद हो गई है. इस बीच किसान गेहूं से भरी ट्रैक्टर ट्रॉली लेकर अन्य दिनों की तरह ही मंडियों में पहुंच रहे हैं. मंडी में गेहूं से भरे हजारों बोरे रखे हैं. इस बीच ETV भारत की टीम अनाज मंडी पहुंची और जायजा लिया कि आखिर क्यों गेंहू का उठाव नहीं हो पा रहा.
हमारे संवाददाता महेंद्र भारती रेवाड़ी अनाज मंडी पहुंचे, इस दौरान मंडी में मौजूद किसानों और मजदूरों ने बताया कि गेंहू का उठाव नहीं होने का मुख्य कारण प्रवासी मजदूरी की कमी है. लॉकडाउन के बीच ज्यादातर प्रवासी मजदूर अपने-अपने घरों को प्रस्थान कर चुके हैं और लगातार मंडियों में गेंहू के फसलों का अंबार लगता जा रहा है, लेकिन सुचारु रुप से उठाव नहीं होने के कारण अब खरीद का काम बंद है.
मंडी में मौजूद एक प्रवासी मजदूर ने कहा कि जो मजदूर फसली सीजन शुरू होने से पहले आए थे वो भी वापस लौट गए. इसके कारण प्रदेशभर की मंडियों के अलावा जिले की भी अनाज मंडियों और परचेज सेंटर पर गेहूं की समय पर लोडिंग और अनलोडिंग का काम नहीं हो रहा है.
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मंडी में अपना फसल बेचने पहुंचे किसान दुलीचंद ने बताया कि मजदूरों की कमी के कारण गेंहू के बोरों की लोडिंग नहीं हो पा रही है और साथ ही गांड़ी वाले भी आने के लिए तैयार नहीं है और जिन गाड़ियों में अनाज लोड वो भी जाम में फंसे हैं. दुलीचंदी ने कहा कि प्रशासन को वाहनों और मजदूरों का इंतजाम करना चाहिए ताकि सही तरीके से गेंहू का उठाव हो सके और किसान की फसल फिर समुचित ढ़ंग से खरीदी जा सकी.