रेवाड़ी: रेवाड़ी में ऑक्सीजन नहीं मिलने की वजह से एक निजी अस्पताल में भर्ती चार कोरोना मरीजों की मौत हो गई. अस्पताल प्रशासन का आरोप है कि उनकी ओर से बार-बार अधिकारियों को फोन किया गया, लेकिन अधिकारी सीएमओ साहब की परमिशन का इंतजार करते रहे और इतने में ऑक्सीजन नहीं मिलने की वजह से तड़प-तड़प कर चार मरीजों की मौत हो गई.
'CMO की परमिशन का इंतजार करते रहे अधिकारी'
वहीं ऑक्सीजन की कमी की वजह से अब भी अस्पताल नें 114 मरीजों की जान दाव पर है. अगर वक्त रहते ऑक्सीजन नहीं नहीं पहुंची तो कुछ भी हो सकता है. अस्पताल प्रबंधक के अनुसार 20 सिलेंडर 1 घंटे ही चलते हैं. अब उन्हें 1 घंटे के बाद और ऑक्सीजन की जरूरत पड़ेगी, इसलिए प्रशासन समय रहते ऑक्सीजन पहुंचाए ताकि मरीजों की जान बचाई जा सके.
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ऑक्सीजन की कमी से दम तोड़ने वाले मरीजों के परिजनों ने अस्पताल के बाहर जमकर हंगामा किया और प्रदेश सरकार को जमकर कोसा. उन्होंने कहा कि उनके परिजनों की मौत खराब सिस्टम की वजह से हुई है. अगर वक्त रहे ऑक्सीजन मिल जाती तो उन्हें बचाया जा सकता था.
अब भी दाव पर 114 जिंदगियां
वहीं इस बीच अस्पताल में जैसे ही ऑक्सीजन के कुछ सिलेंडर पहुंचे तो अपने-अपने मरीजों को बचाने के चक्कर में तीमारदार सिलेंडरों पर टूट पड़े. जिसके हाथ भी सिलेंडर लगा वो उसे अपने मरीज के लिए लेकर चलता बना. फिलहाल अस्पताल में 114 मरीज भर्ती हैं, जिनके लिए ऑक्सीजन की दरकार है. अगर सरकार ने अब भी ऑक्सीजन नहीं पहुंचाई तो इन मरीजों की जान पर भी बन आ सकती है.