रेवाड़ी: जिले में आयोजित भाजपा की तिरंगा यात्रा (Rewari Tiranga Yatra) में फोटो खिंचाने के चक्कर में BJP के दो नेता आपस में उलझ गए. दोनों ने एक-दूसरे के साथ धक्का-मुक्की की. जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. दरअसल, आजादी का अमृत महोत्सव (Azadi Ka Amrit Mahotsav) के तहत रविवार को कोसली से भाजपा विधायक लक्ष्मण सिंह यादव की तरफ से स्वतंत्रता दिवस पर पैदल तिरंगा यात्रा (Independence day) निकाली गई थी.
इस मौके पर भाजपा प्रदेशाध्यक्ष ओपी धनखड़ और पूर्व मंत्री विक्रम ठेकेदार भी यात्रा में शामिल हुए. इस दौरान फोटो खिंचवाने को लेकर बीजेपी विधायक लक्ष्मण यावद और विक्रम ठेकेदार के बीच तनातनी हो गई. तनातनी से वहां मौजूद भाजपा प्रदेशाध्यक्ष ओपी धनखड़ असहज हो गए. पूरा वाकया कैमरे में कैद हो गया. शहीदों को नमन करने के लिए प्रोग्राम में नेताओं का इस तरह फोटो खिंचवाने की होड़ में एक-दूसरे को धकेलने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.
विधायक के कैंप ऑफिस से चलकर यह पैदल यात्रा तमाम बाजार से होते हुए शहीदी स्मारक पर पहुंची. यात्रा में कोसली के पूर्व विधायक और पूर्व मंत्री विक्रम ठेकेदार भी मौजूद रहे. यात्रा जैसे ही शहीद स्मारक पर पहुंची तो भाजपा प्रदेशाध्यक्ष ओपी धनखड़, विधायक लक्ष्मण सिंह यादव शहीदों को श्रद्धांजलि देने के लिए खड़े हो गए. इसके बाद फोटो खिंचवाने का सिलसिला शुरू हुआ. उसी समय पूर्व मंत्री विक्रम ठेकेदार की कोहनी विधायक लक्ष्मण सिंह यादव के सामने आ गई.
विधायक लक्ष्मण सिंह यादव ने झुंझलाकर एक बार तो अपने हाथ से कोहनी नीचे की और फिर पूर्व मंत्री को धकेलते हुए उनके सामने आकर खड़े हो गए. इस बीच पूर्व मंत्री विकम ठेकेदार भी विधायक को धकलते हुए (Former Minister and MLA clashed in Rewari) नजर आए. स्वतंत्रता दिवस पर (Indian Independence Day) दोनों सीनियर नेताओं के बीच हो रही इस तनातनी से वहां मौजूद भाजपा प्रदेशाध्यक्ष ओपी धनखड़ असहज हो गए.
शहीदों को नमन करने के लिए रखे प्रोग्राम में नेताओं का इस तरह फोटो खिंचवाने की होड़ में एक-दूसरे को धकेलने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. बता दें कि विक्रम ठेकेदार वर्ष 2014 में कोसली से पहली बार विधायक बने और भाजपा की सरकार में सहकारिता राज्यमंत्री रहे, लेकिन कुछ समय बाद ही उन्हें मंत्री पद से हटा दिया गया था. इसके बाद वर्ष 2019 के विधानसभा चुनाव में उनकी टिकट भी कट गई और लक्ष्मण सिंह यादव यहां से विधायक बने. दोनों भाजपा में ही है, लेकिन दोनों के बीच फिलहाल 36 का आंकड़ा है.