रेवाड़ी: नगर परिषद कार्यालय में पार्षद दिलीप माटा के अभद्र व्यवहार चर्चा में बना हुआ है. दरअसल, दलीप माटा ने नगर परिषद ऑफिस जाकर कर्मचारियों के सामने अभद्र टिप्पणी की और इसके साथ ही अतिक्रमण हटाने गई (encroachment In Rewari) टीम के साथ भी अभद्र व्यवहार किया. जिसके चलते टीम के साथ बदसलूकी कर धमकी देने वाले पार्षद दलीप माटा के खिलाफ आखिरकार चार दिन बाद FIR दर्ज हो गई है. इससे पहले पुलिस की सख्ती देख पार्षद दलीप माटा 20 से ज्यादा पार्षदों को लेकर सिटी थाना भी पहुंचे थे और मामले को रफादफा करने के लिए पुलिस पर दबाव बनाने की कोशिश भी की थी लेकिन उनका यह दबाव काम नहीं आया.
आरोप है कि 3 जून को पार्षद दलीप माटा ने नगर परिषद स्थित सचिव प्रवीण कुमार के ऑफिस पहुंचकर ना केवल अभद्र टिप्पणियां की थी बल्कि धमकी भी दी. उस वक्त कार्यालय में महिला कर्मचारी भी मौजूद थी जिसका एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ. इसके बाद दलीप माटा के गोकल गेट पर अतिक्रमण हटाने पहुंची नगर परिषद की टीम के साथ बदसलूकी करते हुए धमकी दी थी. इससे खफा कर्मचारियों ने शनिवार को सचिव को ज्ञापन सौंपकर दलीप माटा के खिलाफ केस दर्ज करने की मांग की थी साथ ही चेतावनी दी थी कि अगर दो दिन में केस दर्ज नहीं हुआ तो हड़ताल करेंगे लेकिन इस बीच कोई एक्शन नहीं हुआ. इसी के विरोध में सोमवार की सुबह नगर परिषद (Rewari Municipal Council) के तमाम स्टॉफ ने हड़ताल कर दी और परिषद में ही धरने पर बैठ गए.
पार्षद दलीप माटा के खिलाफ दो अलग-अलग शिकायतें दी गई थी. एक शिकायत ऑफिस स्टॉफ और दूसरी शिकायत अतिक्रमण हटाने गए सफाई कर्मचारियों की तरफ से दी गई थी. कुल 10 शिकायतकर्ताओं ने शिकायत दर्ज कराई है. पार्षद माटा के खिलाफ धारा सिटी पुलिस थाना में 186, 509, 506 के तहत केस दर्ज किया गया है. उनकी गिरफ्तारी भी किसी भी समय हो सकती है.
धरने पर बैठे कर्मचारियों को समझाने के लिए खुद डीएमसी भारत भूषण गोगिया पहुंचे. साथ ही सिटी थाना प्रभारी संजय भी मौजूद रहे. उस वक्त कार्रवाई का आश्वासन देकर धरना समाप्त करा दिया गया था. लेकिन जैसे ही पार्षद माटा को पुलिस की सख्ती का पता चला तो वह दबाव की नीति के तहत 20 से ज्यादा पार्षदों के साथ सिटी थाना पहुंच गए और दबाव बनाने की कोशिश की, लेकिन उनकी बात नहीं बनी और पुलिस ने रात में ही माटा के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है.