रेवाड़ी: गणतंत्र दिवस पर दिल्ली में हुई किसानों की ट्रैक्टर परेड के दौरान हिंसा और लाल किले पर झंडा फहराए जाने की देशभर में कड़ी निंदा हो रही है. इसको लेकर आम लोगों में रोष देखा जा रहा है. वहीं रेवाड़ी में जयसिंहपुर खेड़ा बॉर्डर पर आज भी किसान आंदोलन निरंतर उसी उत्साह के साथ जारी है.
जयपुर दिल्ली हाईवे स्थित मसानी बैराज के पास पुल पर किसानों का धरना समाप्त कर दिया गया है, लेकिन जयपुर दिल्ली हाईवे पर जयसिंहपुर खेड़ा बॉर्डर पर अब भी किसानों का धरना निरंतर जारी है. आंदोलनकारी किसानों ने आज किसानों जागो रे, दिल्ली चलो रे, किसानों के पारंपरिक गाने पर नृत्य कर धरनास्थल पर समा बांध दिया.
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जाट महासभा राजस्थान के अध्यक्ष राजाराम मील ने कहा कि एक सोची समझी साजिश के तहत पुल पर चल रहे धरने को भाजपा और प्रशासन ने मिलकर हटवा दिया गया, लेकिन वो किसान जयसिंहपुर खेड़ा पर वापस आकर धरने में शामिल हो गए हैं.
उन्होंने कहा कि जब तक सरकार तीनों नए कृषि कानूनों को समाप्त नहीं करेगी तब तक उनका धरना निरंतर जारी रहेगा. कुछ लोग अफवाह फैलाकर किसानों में भ्रम पैदा करना चाहते हैं, लेकिन किसान आज उत्साह बना रहे हैं और पारंपरिक गीतों पर नृत्य कर लोगों को धरने से जुड़ने की अपील के साथ-साथ किसानों को जगाने का काम कर रहे हैं.
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