रेवाड़ी: कृषि कानूनों के खिलाफ पिछले सौ से भी अधिक दिनों से दिल्ली के विभिन्न बॉर्डरों पर किसान आंदोलन कर रहे हैं. आंदोलन के दौरान सैकड़ों की संख्या में किसानों की मौत हुई है. कुछ किसानों की मौत ठंड से तो कुछ ने आत्महत्या कर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली.
ताजा मामला रेवाड़ी के दिल्ली-जयपुर हाइवे स्थित जयसिंहपुर खेड़ा बॉर्डर का है. जहां मंच से भाषण देते-देते राजस्थान के एक किसान ने देखते ही देखते जेब से जहर निकालकर निगल लिया. इस दौरान बॉर्डर पर सैकड़ों की संख्या में किसान आंदोलनरत थे. किसान को जहर खाते ही घटनास्थल पर हड़कंप मच गया और उसे आनन-फानन में अस्पताल में भर्ती कराया गया. जानकारी के मुताबिक किसान की हालत नाजुक है.
क्या हुआ घटना स्थल पर?
दरअसल राजस्थान के कोटपूतली का रहने वाला किसान जयसिंहपुर खेड़ा बॉर्डर पर हो रहे किसान आंदोलन में भाग लेने आया था. ये भारतीय किसान महासभा से भी जुड़ा हुआ है. रविवार को घटनास्थल पर बनाए गए मंच से लगातार किसान नेता भाषण दे रहे थे. किसान कुमार भी मंच पर खड़े होकर भाषण दे रहा था. भाषण देते-देते किशन ने अचानक माइक छोड़कर जेब से जहरीला पदार्थ निकाला और निगल गया.
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जहर निगलते ही उसने कहा कि शहादत के पीछे शहादत ही होती है. यदि सरकार को शहादत ही मंजूर है. तो हम भी अपने आखिरी भाषण के साथ विदा लेते हैं. जैसे ही किशन कुमार की तबीयत बिगड़ने लगी. उसे तुरंत बहरोड़ के अस्पताल में भर्ती कराया गया. जहां उसकी हालत गंभीर बताई जा रही है.
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