रेवाड़ीः हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने अपने सभी 90 सीटों पर प्रत्याशियों का ऐलान कर दिया है. इस बार कांग्रेस ने रेवाड़ी विधानसभा सीट से कैप्टन अजय यादव के बेटे और लालू यादव के दामाद चिरंजीव राव को चुनावी रण में उतारा है. गुरुवार को चिरंजीव राव ने अपना पर्चा दाखिल किया. उनके नामांकन में शामिल होने के लिए खुद लालू यादव के बेटे और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव भी मौजूद रहे.
कांग्रेस का 'चिरंजीव'
हरियाणा कांग्रेस के दिग्गज नेता और रेवाड़ी विधानसभा सीट से 5 बार विधायक रहे. कैप्टन अजय सिंह यादव के बेटे चिरंजीव राव पर पार्टी ने दांव खेला है. चिरंजीव पहली बार विधानसभा के चुनावी मैदान में उतरे हैं.
कांग्रेस प्रत्याशी चिरंजीव राव का कहना है कि रेवाड़ी के 5 साल से रुके विकास को गति प्रदान करने के लिए वे चुनाव मैदान में उतरे हैं. उन्होंने कहा कि उन्हें विश्वास है कि जनता उन पर भरोसा करेगी. उन्होंने कहा कि जनता उनके साथ है, सभी के आशीर्वाद से उन्हें जनता की सेवा करने का मौका मिलेगा.
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तीसरी पीढ़ी लड़ रही है चुनाव
गुरुवार को नामांकन के दौरान चिरंजीव के साले और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव भी उनके साथ रहे. चिरंजीव राव ने नामांकन उनके नाना बलवंत बोहरा के निधन की वजह से सादगी के साथ भरा.
बता दें कि इस परिवार की तीसरी पीढ़ी विधानसभा चुनाव के लिए मैदान में उतरी है. इससे पहले कैप्टन और उनके पिता राव अभय सिंह कई बार विधायक रहे हैं. तेजस्वी यादव ने कहा कि चिरंजीव राव का ये पहला चुनाव है और उनके इस संघर्ष में हम उनके साथ हैं.
1991 से 2009 तक कैप्टन का दबदबा
रेवाड़ी विधानसभा अहीरवाल की महत्वपूर्ण सीट मानी जाती है. यहां राव इंद्रजीत और कैप्टन अजय यादव के दो राजनीतिक परिवारों के बीच बिछी बिसात के जरिए मतदाताओं को वर्चस्व की लड़ाई अक्सर देखने को मिलती है. जब भी ये दोनों परिवार कांग्रेस में रहे हैं, उस वक्त कांग्रेस का इस सीट पर दबदबा रहा है.
यही कारण है कि विधानसभा के 12 चुनाव में से 7 बार कांग्रेस को यहां जीत मिली है. विधानसभा चुनाव में यूं तो अहीरवाल पर रामपुरा हाउस का काफी असर रहा है, लेकिन परिणाम बताते हैं कि रेवाड़ी सीट पर पिछले तीन दशकों से रामपुरा हाउस की पकड़ थोड़ी ढीली हुई है. 1991 के बाद 2009 तक कैप्टन अजय यादव ने 5 बार यहां जीत हासिल की, जिनकी पटरी रामपुरा हाउस से बिल्कुल नहीं बैठती.
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