रेवाड़ी: पैरामेडिकल छात्रा निर्भया के साथ दरिंदगी करने वाले चार आरोपियों को शुक्रवार फांसी पर लटकाने के बाद से महिलाओं में खुशी की लहर दौड़ पड़ी है. महिलाओं ने कहा कि दरिंदों की फांसी के बाद निर्भया की आत्मा को शांति भी मिली है. एक मां जो इतने लंबे संघर्ष के बाद अपनी बेटी को न्याय दिलाने की सफलता को हासिल की है. महिलाओं ने कहा कि अब बाकी महिलाओं को भी सुरक्षा मिल पाएगी.
महिलाओं ने कहा कि निर्भया की मां ने अपनी बेटी को न्याय दिलाने के लिए काफी लंबा संघर्ष किया और दरिंदों को फांसी के फंदे पर झूलने के लिए मजबूर कर दिया. आज न्यायालय के फैसले के बाद कानूनी दांवपेच की सभी अड़चनें पार कर दोषियों को फांसी पर लटका दिया गया. चारों दरिंदों को शुक्रवार सुबह फांसी दे दी गई. जिसके बाद से महिलाओं में एक खुशी भरा उत्साह देखने को मिल रहा है.
एवरेस्ट विजेता आशा झांझरिया ने बताया कि अब महिलाएं आजादी के साथ निर्भीक होकर खुले में घूम सकेगी और दरिंदों को अब फांसी के बाद डर के साए में रहना पड़ेगा. उन्होंने बताया कि गंदी मानसिकता रखने वाले लोगों को आज दी गई फांसी से कुछ सबक लेना चाहिए और महिलाओं पर अपराध करने से पहले उन्हें अपनी मां बहन और बेटियों के बारे में भी सोचना चाहिए.
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