रेवाड़ी: नागरिक अस्पताल में बने आइसोलेशन वार्ड में भर्ती 22 प्रवासी मजदूरों की कोरोना रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद मंगलवार को छुट्टी दे दी गई. लेकिन स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन की आपसी तालमेल में कमी होने के चलते देर शाम तक सभी प्रवासी मजदूर नागरिक अस्पताल परिसर में बैठे रहे. जिसके बाद अस्पताल प्रशासन ने उन्हें एम्बुलेंस की मदद से रेलवे रोड स्थित मक्खन लाल धर्मशाला में बनाए गए शेल्टर होम पहुंचाया.
गौरतलब है कि लॉकडाउन के दौरान 22 कोरोना संदिग्ध प्रवासी मजदूरों को नागरिक अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराया गया. आइसोलेशन वार्ड में भर्ती प्रवासी मजदूरों की कोरोना रिपोर्ट नेगेटिव आई. जिसके बाद अस्पताल प्रशासन ने इनकी स्वास्थ्य रिपोर्ट जांच कर इन्हें मक्खन लाल धर्मशाला में बने शेल्टर होम में भेज दिया गया.
इस संबंध में बिहार के अलग-अलग जिलों के निवासी राहुल, जितेंद्र, रामजी कुमार आदि ने बताया कि 22 अप्रैल को उन्हें आइसोलेशन वार्ड में उन्हें भर्ती किया गया था. इसके बाद कोरोना जांच के लिए उनके सैंपल लिए गए. 24 अप्रैल को उनकी रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई. लेकिन कोई जाने की कोई व्यवस्था नहीं की गई. जिसके चलते उन्हें शाम तक अस्पताल परिसर में ही बैठना पड़ गया.
वहीं जांच अधिकारी बाबूलाल ने बताया कि प्रवासी मजदूरों को जिला प्रशासन मक्खन लाल धर्मशाला में बनाए गए शेल्टर होम में भेज रहा है. उन्होंने कहा कि वहीं पर सभी प्रवासी मजदूरों के खाने पीने की व्यवस्था जिला प्रशासन करेगी.
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