रेवाड़ी: जिले में विभिन्न पंचायतों द्वारा बगैर बजट के ही स्वागत बोर्ड लगाकर करोड़ों रुपये की बंदरबांट का मामला सामने आया है. पीडब्लयूडी की सड़कों पर पंचायतों ने स्वागत बोर्ड नहीं लगाने के प्रावधान का उल्लंघन करते हुए 3 से 4 लाख रुपये कीमत के बोर्ड लगाकर 2 करोड़ रुपये से भी अधिक राशि का पंचायतों ने अपने फंड से भुगतान भी कर दिया.
पंचायतों के खाते सीज किए गए
प्रशासन द्वारा जब रेवाड़ी खंड की पंचायतों से इन बोर्ड की जानकारी मांगी तो पाया कि 19 पंचायतों ने नियम विरूद्ध भुगतान किया है, जिसके बाद इन पंचायतों के खाते सीज कर दिए गए हैं. फिलहाल इन पंचायतों के खाते से आगामी आदेशों तक कोई लेन-देन नहीं किया जा सकता है. जिन पंचायतों पर कार्रवाई की गई है. ये सभी रेवाड़ी खंड की हैं.
नियम के विरूद्ध लगे बोर्ड?
जिला प्रशासन को रेवाड़ी खंड की कई पंचायतों की ये शिकायत मिली थी कि काफी सरपंचों ने नियम विरूद्ध जाकर पीडब्ल्यूडी की सड़कों पर साइन बोर्ड लगवा दिए हैं. सरकार द्वारा तय नियमों के अनुसार कोई भी सरपंच पंचायत फंड से अपने नाम तथा पंचायत सदस्यों के नाम से बोर्ड नहीं लगा सकता है और न ही गांव का स्वागत बोर्ड लगवा सकता है.
हालांकि प्रशासन को जो शिकायतें मिली थीं. उनमें सरपंचों के नाम के बोर्ड को लेकर थी. लेकिन जब इन शिकायतों की जांच की तो बात सरपंचों के नाम के बोर्ड तक नहीं अपितु पंचायतों ने पीडब्ल्यूडी की सड़कों पर भी बड़े बोर्ड लगवाए हैं जिनकी कीमत भी लाखों रुपये में है.
भुगतान की जांच की जाएगी
इसके बाद रेवाड़ी बीडीपीओ की तरफ से सभी पंचायतों से इस बाबत जानकारी मंगाई तो पता चला कि 19 पंचायतों ने ये बोर्ड लगवाए हैं और इनका भुगतान भी कर दिया है. जिसके बाद डीडीपीओ की तरफ से सभी 6 खंड की पंचायतों से इस बाबत रिपोर्ट तलब की है जिसके बाद इन खंडों की पंचायत द्वारा किए गए भुगतान की जांच की जाएगी.
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