पानीपत: रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी का भंडाफोड करते हुए सीआईए-थ्री पुलिस ने दो युवको को तीन इंजेक्शनों सहित काबू किया है. आरोपी इंजेक्सन को 20 हजार रुपये मे बेच रहे थे. प्रारंभिक पुलिस पुछताछ मे सामने आया आरोपी अभी तक 12 इंजैक्सनों को विभिन्न स्थानो पर बेच चुके है.
ये भी पढ़ें: VIDEO: ऑक्सीजन सिलेंडर के लिए एक मां की बेबसी देख आप रोक नहीं सकेंगे अपने आंसू, लेकिन नहीं पसीजा इन लोगों का दिल
पकड़े गए आरोपियो की पहचान इमरान निवासी बाबरपुर मंडी और मनोज निवासी मॉडल टाऊन पानीपत के रुप मे हुई. आरोपी इमरान पानीपत लाल पैथ लेब मे एरिया मैनेजर के रुप मे तैनात था वहीं मनोज रविन्द्रा अस्पताल मे दवाईयों का स्टोर चलाता है. गहनता से पुछताछ करने के लिए आरोपियो को आज माननीय न्यायलय मे पेश किया वहां से 2 दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया.
इंस्पेक्टर अनिल छिल्लर ने जानकारी देते हुए बताया कि बुधवार की शाम उन्हे गुप्त सूचना मिली की एक युवक रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी करने के लिए रामलाल चौंक पर खड़ा है. उन्होने तुरंत यह सूचना पुलिस अधीक्षक श्री शशांक कुमार सावन जी के संज्ञान मे लाकर आदेशानुसार पानीपत ड्रग कन्ट्रोल ऑफिसर श्रीमति विजय राजे को सूचना दे उनको साथ लेकर आरोपित की धरपकड़ के लिए अपनी टीम को साथ ले तुरंत मौके पर दंबिस दिया.
उन्होंने बताया कि युवक को काबु कर प्रारंभिक पूछताछ की तो युवक ने अपनी पहचान इमरान पुत्र मोहमद उमर निवासी बाबरपुर मंडी पानीपत के रुप मे बताई. युवक के बैग की तलाशी ली तो 3 रेमडेसिविर इंजेक्शन बरामद हुए. युवक से इंजेक्शन के खरीद रिकॉर्ड, दवाओं की बिक्री लाइसेंस, लाइसेंस प्रस्तुत करने के लिए कहा, लेकिन वह मौके पर कोई भी लाइसेंस या रसीद इत्यादि नही दिखा सका. फिलहाल पुलिस आरोपी को गिरफ्तार कर जांच कर रही हैं.
ये भी पढ़ें: एक घंटे तड़पता रहा कोरोना मरीज, अस्पताल का दरवाजा बंद कर सीएम के दौरे का प्रोटोकॉल निभाते रहे अधिकारी