पानीपत: शुगर मिल से 26 से 27 लाख रुपये की चीनी गायब होने का मामला सामने आया है. ये चीनी शुगर मिल के विक्रय केंद्र से गायब हो गई और अधिकारियों को इसकी कानो कान खबर तक नहीं लगी.
मामला खुला तो प्रबंध कमेटी ने जांच के लिए कमेटी का गठन किया. जांच कमेटी ने रिपोर्ट में 701 क्विंटल चीनी कम होने की बात कही. वहीं मिल प्रबंधन की ओर से बार-बार इसका अधिकारियों से जवाब मांगा जा रहा है, लेकिन ढाई महीने से अधिकारी इस मामले को टाल रहे थे.
ये है पूरा मामला
शुगर मिल प्रबंधन की ओर से 24 फरवरी 2020 को मिल में चीनी, शीरा, वीटा बूथ, पेट्रोल पंप, देशी शराब के स्टॉक की गणना के लिए एक कमेटी का गठन किया. कमेटी ने अपनी रिपोर्ट 24 फरवरी को सौंपी, जिसमें विक्रय केंद्र पर चीनी के स्टाफ से 701 क्विंटल चीनी कम पाई गई. ये चीनी शुगर मिल के हिसाब से 27 लाख की बनती है.
वहीं, शुगर मिल के एमडी प्रदीप अहलावत ने कहा कि 2017 से पहले ऑडिट करवाया गया था. जिसमें चीनी गायब मिली थी जिसके पैसे जमा नहीं करवाए गए. इसके बाद अधिकारियों द्वारा कमेटी का गठन किया गया. जिसकी जांच रिपोर्ट में कई दोषी पाए गए और दोषियों ने संतोषजनक जवाब नहीं दिया.
वहीं, गायब हुई चीनी की रिकवरी डाल दी गई है और 27 लाख रुपये में से 3 से 4 लाख रुपये की रिकवरी हो चुकी है. 23 से 24 लाख रुपये बाकी हैं. आपराधिक मामले के लिए पुलिस को शिकायत दे दी गई है.