पानीपत: पानीपत नूरवाला रोड स्थित 25 फुटा रोड पर सीवर सफाई करते समय एक दर्दनाक हादसा हो गया. सफाई करने के लिए सीवर में गए कर्मचारी की जहरीली गैस के कारण मौत हो गई. वहीं साथ लगती ट्रांसपोर्ट का मालिक जब उसे बचाने के लिए सीवर में गया तो वह भी जहरीली गैस की चपेट में आ गया और इलाज के दौरान ट्रांसपोर्ट मालिक ने भी दम तोड़ दिया. दोनों के शव को पोस्टमार्टम के लिए सामान्य अस्पताल पानीपत के शव गृह में रखवा दिया गया है. वहीं परिजनों ने आरोप लगाया है कि बिना सेफ्टी के ठेकेदार द्वारा सफाई कर्मचारी को सीवर में उतारा गया था.
परिजनों ने जानकारी देते हुए बताया कि गीता कॉलोनी का रहने वाला 35 वर्षीय जय भगवान पानीपत नूरवाला में 25 फुटा रोड पर सफाई करने के लिए सीवर में उतरा था, तभी दम घुटने से वह अंदर बेहोश हो गया. जब वहां दूसरे सफाई कर्मचारियों ने चिल्लाना शुरू किया तो साथ लगते ट्रांसपोर्ट का मालिक 24 वर्षीय सुरेंद्र मौके पर पहुंचा और जय भगवान को बचाने के लिए वह सीवर में घुस गया, जहां वह भी जहरीली गैस की चपेट में आ गया. दोनों को 1 घंटे की बड़ी मशक्कत के बाद जेसीबी की मदद से बाहर निकाला गया. बाहर निकलने के बाद जय भगवान की मौके पर ही मौत हो गई. वहीं, सुरेंद्र की इलाज के दौरान मौत हो गई.
यह भी पढ़ें-सोनीपत में दो सगे भाइयों के आत्महत्या मामले में बड़ा खुलासा, बैंककर्मी बना रहा था लोन चुकाने का दबाव
परिजनों ने सफाई करने वाली आईएमडी कंपनी के ठेकेदार जसवीर पर आरोप लगाया है कि बिना किसी सेफ्टी के कर्मचारियों को सीवर में उतारा गया और दूसरी ओर जो एंबुलेंस दोनों को लेने के लिए वहां पहुंचा तो वह भी बिना ऑक्सीजन सिलेंडर के वहां आए. अगर मौके पर उन्हें ऑक्सीजन मिल जाती तो शायद उनकी जान बच जाती. फिलहाल पुलिस ने दोनों के शवों को कब्जे में ले लिया है और पोस्टमार्टम के लिए सामान्य अस्पताल पानीपत के शव गृह में रखवा दिया है. वहीं अभी तक परिजनों द्वारा मामले की शिकायत पुलिस को नहीं दी गई है.