पानीपत: आरटीआई एक्टिविस्ट पीपी कपूर ने आरटीआई की मदद से खुलासा किया है कि गौ रक्षा के मुद्दे पर सरकार के दावे महज दिखावा हैं. इसके साथ ही उन्होंने बताया कि सरकार का प्रदेश को आवारा पशुओं से मुक्त करने का अभियान विफल रहा है.
गौ सेवा आयोग का बजट बढ़ाया गया
उन्होंने कहा कि प्रदेश भर में 2 डीएसपी 18 इंस्पेक्टरों सहित कुल 332 पुलिस कर्मी गौ रक्षा दस्ते में कार्यरत हैं. लेकिन फिर भी सरकार के गौ रक्षा के दावे खोखले नजर आ रहे हैं.
कपूर ने बताया कि बाजेपी सरकार के राज में गौ सेवा आयोग का बजट 5 वर्षों में 45 लाख से बढ़ाकर 30 करोड़ कर दिया गया है. लेकिन तब भी इसका कोई फायदा जमीन पर नहीं दिखाई देता.
नूंह जिला ही आवारा पशु मुक्त
हरियाणा सरकार ने पहले गत वर्ष 15 अगस्त 2018 तक फिर 1 जनवरी 2019 तक प्रदेश को अवारा पशुओं से मुक्त कराने का लक्ष्य बनाया था. जो दोनो बार विफल रहा. अभी तक सिर्फ नूंह जिला ही आवारा पशु मुक्त हो पाया है.
प्रदेश में कुल 513 गौशालाएं
प्रदेश की कुल 513 गौशालाओं में कुल 3,61,068 गाय, बैल हैं. हिसार में सर्वाधिक 15,496 आवार पशु पकड़े जा चुके हैं. आरटीआई एक्टिविस्ट पीपी कपूर ने बताया कि हरियाणा सरकार का अगर यही उदासीन रवैया रहा तो प्रदेश कभी भी आवारा पशुओं के प्रकोप से मुक्त नहीं हो पाएगा.
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वंही दूसरी ओर पंचकूला नगर निगम के राज्य जन सूचना अधिकारी ने आरटीआई में बताया कि पंचकूला आवारा पशुओं से मुक्त नहीं हो सका है. क्योंकि कोई भी गौशाला इन पकड़े गए आवारा पशुओं को लेती नहीं है. पशुपालन एवं डेयरी विभाग पानीपत ने सूचित किया कि पानीपत जिले में 5611 बेसहारा पशुओं को पकड़ा जा चुका है.