पानीपत: हरियाणा में जल्द ही विधानसभा चुनाव होंगे. ऐसे में मनोहर सरकार की योजनाएं जमीन पर कितनी उतरी, इसकी पड़ताल करने ईटीवी भारत की टीम पहुंची पानीपत. योजनाओं के रिएलिटी चेक में इस बार हमने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना को चुना है.
क्या है प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना?
- प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना 13 जनवरी 2016 को पीएम नरेन्द्र मोदी ने शुरू की.
- योजना के तहत हर उस किसान की फसल का बीमा होगा, जिसके पास खुद की जमीन या बटाई पर ली गई जमीन है.
- बाढ़, ओला, सूखा या आंधी जैसी प्राकृतिक आपदाओं से फसल खराब होती है तो किसान को इसका मुआवजा मिलेगा.
- फसल खराब होने पर मुआवजा लेने के लिए किसान को फसल बोने के 10 दिन के भीतर बीमा करवाना होता है.
- अगर फसल कटने के 14 दिन के अंदर किसी प्राकृतिक आपदा या किसी अन्य वजह से फसल खराब हो जाती है, तो भी किसान को बीमा का पैसा मिलेगा.
- बीमा करवाने के लिए किसान को प्रीमीयम की एक रकम भरनी पड़ती है.
- किसान को खरीब की फसल का 2%, रबी का डेढ़ फीसदी और नकदी या बागवानी का 5 प्रतिशत पैसा बीमा के प्रीमियम के रूप में भरना पड़ता है.
- फसल खराब होने पर किसान को बीमा कंपनी को सूचना देनी होती है, जिसके बाद बीमा कंपनी खराब फसल का सर्वे करवाती है.
- फसल का सर्वे होने के 30 दिन के भीतर किसान के खाते में मुआवजे का पैसा आ जाता है.
- किसान अगर बीमा कंपनी से संपर्क नहीं कर पाता है, तो नजदीकी बैंक से भी संपर्क किया जा सकता है.
ज्यादातर लोगों को योजना की जानकारी नहीं
प्रधानमंत्री फसल योजना के बारे में जब पानीपत के लोगों से बात की गई तो उनका कहना था कि उन्हें इस योजना की जानकारी नहीं है और ना ही बीमा का पैसा मिला है. लोगों का ये भी आरोप था कि सरकार की ये योजना बीमा कंपनियों को फायदा पहुंचाने के लिए लाई गई है.