पानीपत: सिवाह स्थित जिला जेल अब वसूली का अड्डा बनती जा रही है. पानीपत के बंदियों की जेल के अंदर एक गैंग बन गई है, जो यूपी- बिहार समेत अन्य दूसरे राज्यों के बंदियों से रंगदारी मांगते हैं. सिवाह, तामशाबाद, कुराड़ गांव के यह आरोपी बंदी दूसरे बंदियों से रुपए की मांग करते हैं, जो बंदी उनके खातों में रुपए नहीं डलवाता, उसके साथ पानीपत जेल में मारपीट की जा रही है. ताजा मामला यूपी के तीन बंदियों पर हमला करने से जुड़ा है.
आरोप है कि गैंग में शामिल बंदियों ने ग्लास-प्लेट काट कर बनाए नुकीले हथियारों से सोते हुए हवालातियों पर हमला कर उन्हें घायल कर दिया था. इस हमले में घायल एक हवालाती की हालत गंभीर बनी हुई है, जिसका इलाज चल रहा है. पानीपत जेल में गैंग बनाकर बाहरी कैदियों पर हमला करने के मामले की जानकारी देते हुए शमशाद ने बताया कि वह यूपी के जिला बिजनौर के चांदपुर शहर का रहने वाला है.
शमशाद करीब दो साल पहले पानीपत के कुटानी रोड पर हुए एक हत्या के एक मामले में शामिल होने के आरोप में जेल में विचाराधीन बंदी के तौर पर बंद है. इस मामले में उसके साथ 5 अन्य आरोपी भी शामिल हैं, वो भी सिवाह जेल में बंद हैं. शमशाद ने बताया कि पानीपत के विभिन्न क्षेत्रों के बंदी काफी दिनों से रुपए की डिमांड कर रहे हैं. जिन्होंने जेल के अंदर एक गुट बनाया हुआ है. इस गैंग को रुपए नहीं देने पर वे कभी बाथरूम तो कभी बैरक में पीटते हैं.
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पीड़ित के मुताबिक जब वे गुरुवार को बैरक में सो रहे थे, उस दौरान सिवाह के मंजीत, धनसौली के सतेंद्र और सुमित समेत कुराड़ व तामशाबाद के रहने वाले करीब 10 स्थानीय कैदियों ने उन पर हमला कर दिया. इस हमले तीन लोग घायल हो गए. जिनमें से एक को इलाज के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई, एक ही हालत गंभीर बनी हुई है और तीसरे को काफी चोटें आई हैं.
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जेल कर्मचारियों पर मिलीभगत का आरोप: हत्या का आरोपी बंदी अब्दुल 17 मार्च को जेल से जमानत पर बाहर आया था. यूपी निवासी बंदी अब्दुल ने बताया कि उसके साथ भी इसी तरह रुपए की डिमांड की जाती थी लेकिन पानीपत जेल में सक्रिय गैंग के एक सदस्य से उसकी जान पहचान होने पर उस पर हमला नहीं किया गया. अब्दुल ने आरोप लगाया कि इस गैंग के साथ जेल के कुछ कर्मचारी भी शामिल हैं. गैंग के खिलाफ कई बार बाहरी राज्यों के हवालातियों ने शिकायत भी की लेकिन इसको लेकर कभी कोई कार्रवाई नहीं की गई. इतना ही नहीं, जमानत पर बाहर आने से पहले जेल डीएसपी को भी इस बारे में बताया था, मगर कोई सुनवाई नहीं हुई.