पानीपत: पानीपत नगर निगम द्वारा लोगों को भेजा गया प्रॉपर्टी टैक्स उनके लिए परेशानी का सबब बनता जा रहा है. यह प्रॉपर्टी टैक्स जिस कंपनी द्वारा सर्वे कर भेजा गया है वह बड़ी खामियों से भरा हुआ है. लोगों को इस प्रॉपर्टी टैक्स को ठीक करवाने के लिए कड़ी मशक्कत का सामना करना पड़ रहा है. घंटों तक लाइन में लगने के बाद भी इसका कोई समाधान नहीं हो रहा. हालांकि जिस कंपनी ने सर्वे कर यह प्रॉपर्टी टैक्स सुनाया था उसी कंपनी द्वारा लोगों को रिक्वेस्ट ठीक करवाने के लिए नोटिस भी भेजा गया. लेकिन सत्तर फीसदी इस गलत सर्वे में आखिरकार जनता ही परेशान (Flaws In Panipat Property Tax Survey) है.
पीएमएस हरियाणा पोर्टल पर त्रुटि दर्ज कराने की समय अवधि भी पूरी हो चुकी है. पोर्टल पर ऑनलाइन करना भी बहुत ही मुश्किल है. जो आमजन के बस की बात नहीं. लाइन में लगे लोगों का कहना है जिस कंपनी द्वारा सर्वे किया गया वह पूर्णतया गलत है. रेजिडेंस हर जगह को कमर्शियल जगह दिखा दिया गया है. किसी की जगह को घटाकर बढ़ा दिया गया है. इसके अलावा मनमर्जी के अनुसार टैक्स भी भेजे गए हैं.
रेजिडेंस को कमर्शियल बनाकर टैक्स भी लाखों रुपये में भेजा गया है. अब जब उन्हें ठीक करवाने की बारी आती है तो घंटों तक कई कई दिन तक लाइन में लगना पड़ता है. जब उनकी बारी ठीक कराने की आती है तो उन्हें फिर किसी ना किसी कागज के लिए लटका दिया जाता है जिससे उन्हें हर रोज बड़ी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है.
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लगभग 5 साल पहले हुए इस सर्वे मे सत्तर प्रतिशत तक गलतियां है. लोगों का आरोप है कि सिर्फ एक जगह पर बैठकर सर्वे करने वाली कंपनी ने सर्वे किया किसी के घर तक जाकर भी उसकी डिटेल नहीं ली. दूसरी तरफ डिप्टी मेयर दुष्यंत भट्ट का भी मानना कंपनी द्वारा गलतियां की गई है. गलत सर्वे भी उन्होंने स्वीकार किया है. उन्होंने बताया कि इन गलतियों को दूर करने के लिए लोगों को बड़ी मुश्किल का सामना करना पड़ रहा है. जल्द ही नगर निगम उसका समाधान निकाल लेगा.
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