पानीपत: वीरवार की सुबह बेहद दुखद खबर सामने आई जहां पूरा परिवार सिलेंडर ब्लास्ट में मौत की नींद सो गया. पानीपत परशुराम कॉलोनी में सिलेंड ब्लास्ट (cylinder blast in panipat parshuram colony) के कारण 6 लोगों की जिंदा जलने के मामले में गुरुवार शाम (Six people family died in cylender blast) बाद सभी के पोस्टमार्टम किए गए. परिवार के लोग शवों को पश्चिम बंगाल स्थित पैतृक गांव ले गए जहां उनको कब्रिस्तान में दफनाया जाएगा.
पोस्टमार्टम प्रक्रिया के दौरान अब बड़ी (Post mortem all dead bodies) बात यह रही कि शवों का DNA सैंपल नहीं लिया गया. क्योंकि सभी शवों की पहचान परिजनों ने कर ली थी.बच्चों की बचाने के लिए आखिरी सांस तक लड़ती रही मां दिल दहला देने वाले हादसे में जब शव को बाहर निकाला गया तो छोटे बेटे को गोद में ही लिए मिला मां अफरोजा का शव. छोटी बेटी को बचाने के लिए भी मां ने आखिरी सांस तक नहीं छोड़ा.
छोटा बेटा गोद में लिए और छोटी बेटी को पकड़े मिले थे शव. बेटियों की हिफाजत के लिए लगाया ताला मौत का कारण बना. जिस मकान में अब्दुल करीम का परिवार रहता था वह सेपरेट मकान अब्दुल करीम ने 2 महीने पहले ही किराए पर लिया था. उसके ऊपर चढ़ने वाला सीढ़ियों के गेट पर अब्दुल करीम ने असामाजिक तत्वों के डर से ताला लगा रखा था. इसलिए आग लगने पर कोई ऊपर नहीं चढ़ सका और सभी सदस्य जलकर (Six people family died in cylender blast) खाक हो गए.
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ऐसे हुई शवों की पहचान: परिवार के मुखिया अब्दुल करीम की पहचान उसके कद हुई. अब्दुल की पत्नी अफरोजा की पहचान उसके चेहरे से हुई, क्योंकि अफरोज का चेहरे पर एक बच्चा पड़ा हुआ था. इसलिए चेहरा सुरक्षित था. बड़ी बेटी इशरत खातून की पहचान पैरों में पहनी पायल से हुई. छोटी बेटी रेशमा की पहचान बचे हुए उसके सिर के लंबे बालों से हुई. सबसे छोटे बेटे अफान की पहचान मां के गोद में लिपटे होने से हुई. छठे शव की पहचान अब्दुल शकूर के रुप में हुई.
वीरवार सुबह हुआ हादसा: बताया जा रहा है कि परिवार का मुखिया अब्दुल करीम और उसकी पत्नी अफरोजा अपने दो बेटों के साथ पहले से ही पानीपत में रहते थे. उनकी दोनों बेटियां वेस्ट बंगाल में रहती थीं. करीब एक महीने पहले दोनों बेटियों को यहां बुलाया गया था, क्योंकि अब्दुल करीम अपनी बड़ी बेटी इशरत खातून की शादी पानीपत में करना चाहता था. रविवार को लड़के वाले इशरत खातून को देखने के लिए आने वाले थे. डीएसपी धर्मवीर ने बताया कि पहली नजर में लग रहा है कि गैस लीक होने की वजह से ये हादसा हुआ है. गैस लीक होने की वजह से पूरे कमरे में फैल गई थी. जैसे ही सुबह गैस जलाने की कोशिश की तो ये हादसा हो गया.
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