पानीपत: शहर के बिंझौल गांव में करीब एक महीने पहले तीन मासूम बच्चों की मौत को लेकर लोगों ने जमकर प्रशासन के खिलाफ हंगामा किया और न्या की मांग की. हंगामें को शांत करने के लिए पुलिस बल ने लोगों पर लाठीचार्ज और पानी की बौछारे की.
बता दें कि पानीपत के बिंझौल गांव के पास रजबाहे में तीन बच्चों के शव मिलने से सनसनी फैल गई थी. बच्चों के परिजनों ने रजबाहे के साथ लगते डाई हाउस मालिक पर बच्चों की हत्या का आरोप लगाया था. परिजनों ने कहा कि डाई हाउस के मालिक ने बच्चों को मारकर रजबाहे में फेंक दिया है.
बता दें कि पानीपत के गांव बिंझौल में 6 बच्चे पतंग उड़ा रहे थे. तभी अचानक पतंग कटकर साथ लगते डाई हाउस में चला गई. बच्चो के परिजनों ने आरोप लगाए हैं कि जब बच्चे पतंग लेने डाई हाउस में गए तो मालिक ने उन्हें पीटना शुरू कर दिया. इस दौरान 3 बच्चे वहां से भाग गए और मालिक नितिन ने वहां मौजूद तीन बच्चों को पीट पीटकर मौत के घाट उतार दिया था.
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तीनों बच्चों की उम्र 8से 11 साल के बीच थी. इसके बाद बच्चों के परिजन पानीपत के सामान्य अस्पताल के बाहर डाई हाउस मालिक की गिरफ्तारी पर अड़े हुए हैं और जमकर हंगामा कर रहे है, लेकिन अभी तक इस मामले किसी की भी गिरफ्तार नहीं हो पाई है, जिसके बाद लोगों का गुस्सा सांतवे आसमान पर चला गया.
हंगामा बढ़ता देख भारी पुलिस बल को तैनात करना पड़ा. इसके बाद पुलिस ने लोगों को तितर-बितर करने के लिए लाठी चार्ज और पानी की बौछारे करने लगी. ग्रामीण और परिजन अभी भी इंसाफ की मांग कर रहे हैं.