पानीपत: भारत के गोल्डन बॉय और वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियन नीरज चोपड़ा ने एक के बाद स्वर्ण पदक की झड़ी लगा दी है. नीरज चोपड़ा ने पाकिस्तान को करारी हरा दिलाकर वर्ल्ड चैंपियनशिप में गोल्डन तमगा हासिल किया और इतिहास रच दिया. जिसके बाद से हरियाणा में भी जैवलिन थ्रो स्पर्धा में नई क्रांति आ गई है. नीरज चोपड़ा ने एक के बाद एक शानदार सफलता हासिल कर भारत देश को गौरवान्वित किया है. अब यही जोश हरियाणा के बाकी युवाओं में भी देखा जा रहा है.
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नंबर वन खिलाड़ी नीरज चोपड़ा ने युवाओं में एक नया जोश भर दिया है. युवा 2020 के टोक्यो ओलंपिक के बाद से ही अपना खेल बदलकर जैवलिन थ्रो को अपना चुके हैं. लेकिन नीरज चोपड़ा द्वारा वर्ल्ड चैंपियनशिप में गोल्ड जीतने के बाद युवाओं में अलग ही जोश देखने को मिल रहा है. खिलाड़ी अब दोगुनी मेहनत के साथ मैदान में उतर चुके हैं. अब जैवलिन थ्रो के खिलाड़ियों की पहली पसंद बन चुके नीरज चोपड़ा को देखकर बच्चे अच्छा प्रदर्शन करने लगे हैं.
शिवाजी स्टेडियम में प्रैक्टिस करने के लिए आए जैवलिन थ्रो (भाला फेंक) के खिलाड़ियों का कहना है कि नीरज चोपड़ा को देखकर उन्हें प्रेरणा मिली है. वो भी देश का नाम नीरज की तरह रोशन करना चाहते हैं. जैवलिन थ्रो के खिलाड़ी कशिश का कहना है कि वह डेढ़ साल पहले 105 किलो से 110 किलो का वजन लेकर स्टेडियम में इस फिटनेस कोर्स के पास पहुंचे थे. जहां कभी नीरज चोपड़ा भी अपनी फिटनेस के लिए आए थे. कशिश ने बताया कि वह पूरी तरह से नीरज चोपड़ा के नक्शे कदम पर चल रहे हैं. वह भी वजन कम करने के लिए मैदान में आए थे. कशिश का कहना है कि वो अब 45 मीटर तक भाला फेंक लेते हैं.
नीरज के पहले कोच रहे जितेंद्र जागलान ने बताया कि नीरज का वजन बहुत ज्यादा था. जब वह शुरुआत में स्टेडियम में आए तो उनका पहले वजन कम किया गया. फिर उनकी फिटनेस को एक एथलेटिक की फिटनेस का रूप दिया गया. नीरज पहले से ही कुछ सोचकर नहीं आये थे. नीरज ने सोचा नहीं था कि वह किस खेल को अपनाना चाहते हैं. स्टेडियम में सीनियर खिलाड़ी रहे मोनू, साहब सिंह, अरुण और सन्नी को देखकर नीरज ने जैवलिन खेलने का मन बनाया और इन सभी सीनियर खिलाड़ियों ने भी नीरज का पूरा साथ दिया.
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कोच जितेंद्र जागलान का कहना है कि नीरज चोपड़ा पहले से ही अपने काम में बहुत मग्न रहते थे. नीरज के दिमाग में कब क्या चल रहा है किसी को पता नहीं होता था. लेकिन साथ खेलने वाले खिलाड़ी समझ चुके थे कि नीरज आने वाले समय में एक बड़ा खिलाड़ी जरूर बनेगा. उन्होंने बताया कि वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप से पहले जब नीरज उनसे मिला, तो पूरी एनर्जी से भरपूर था और उन्हें भी पूर्ण विश्वास था कि नीरज इस चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जरूर लेकर आएगा.
नीरज चोपड़ा ने अपने एक इंटरव्यू में कहा था कि वह जहां तक हो सकेगा 90 मीटर तक गोल करेंगे. भले देश की झोली में गोल्ड मेडल नीरज ने जरूर डाल दिया हो पर नीरज चोपड़ा का 90 मीटर का गोल अभी तक पूरा नहीं हुआ. जिस पर अब नीरज चोपड़ा की नजर है. अपनी मेहनत और लग्न से नीरज जल्दी अपना ये गोल भी पूरा करे, उनके फैंस को इसका भी बेसब्री से इंतजार है.