पानीपत: हरियाणा में गर्मी से एक तरफ आमजन परेशान हैं. अभी लोग घर से बाहर निकलने से कतरा रहे हैं लेकिन में पानीपत में एक बाबा हैं, जो 45 डिग्री के तापमान के बीच आग के घेरे में बैठकर हठयोग कर रहे (Monk Doing Sadhna In Panipat) हैं. वे 25 साल से हठयोग कर रहे हैं. बाबा पहले आग का घेरा बनाते हैं. इसके बाद इन घेरों के बीचोबीच बैठकर तपस्या करते हैं.
नरेश गिरी महाराज की ये तपस्या दोपहर 12:00 बजे से लेकर 2:00 बजे तक होती है. तपतपाती दोपहरी में धूणी जगाकर तपस्या करने वाले साधु नरेश गिरी महाराज को लोग दूर-दूर से देखने के लिए उमड़ रहे है. इस भीषण गर्मी में इस तरह की तपस्या देखकर हर कोई हैरान है.
उन्होंने कहा कि वे जनवरी महीने में भी 40 दिन की जल तपस्या करते हैं. सर्दी में वे रात को भरे गए मिट्टी के मटके में पानी से सुबह 4:00 बजे स्नान करते हैं. जनकल्याण के लिए वे 40 दिन खड़े रहकर भी तप कर चुके हैं. साधु का कहना है कि मानव एवं जीवों का कल्याण ही इस तपस्या का ध्येय है. उन्होंने कहा कि वे केवल साधु का कहना है कि तपस्या के दौरान उनके चारों ओर परिक्रमा करने वाले की हर मन्नत भी पूरी होती है. साक्षात परमात्मा उन्हें दर्शन देते हैं
![Monk Doing Sadhna In Panipat](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/15377974_ksk.jpg)
जब उनसे पूछा गया कि ऐसी गर्मी में लोग घर से नहीं निकलना चाहते और आप धूणी जलाकर भयंकर गर्मी में तपस्या कर रहे है. इस पर नरेश गिरी महाराज ने कहा कि गर्मी चाहे तापमान 80 डिग्री के पार पहुंच जाए, लेकिन हठयोग जारी रहेगा. उन्होंने कहा कि इस तरह की साधना करते हुए उन्हें 25 साल पूरे हो गए हैं.
![Monk Doing Sadhna In Panipat](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/15377974_a.png)
वहीं भक्तों का कहना है कि वह कई साल से नरेश गिरी जी को तपस्या करते देख रहे. वह भी यहां आकर परिक्रमा करते है और मन्नत मांगते है और उनकी मन्नत भी पूरी हुई है. अब नरेश गिरी को तप करते 18 दिन बीत चुके है. उनका ये तप के 40 दिन बाद इसका समापन होगा और विशाल भंडारा किया जाएगा. नरेश गिरी जब तप से उठते है तब इस चिल चलाती गर्मी में में बेसुध हो जाते है और तप स्थल से भक्त उन्हे उठाकर लाते हैं. नरेश गिरी ने बताया कि सकड़ो साधु महात्मा जन कल्याण के लिए आज भी कड़े तप कर रहे हैं.
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