पानीपत: कोरोना वायरस की वजह से प्रवासी मजदूर करीब एक महीन पानीपत में फंसे हुए हैं. सरकार के आदेश पर प्रशासन की ओर से उनके लिए अस्थाई शेल्टर होम बनाए गए हैं. प्रशासन उनको हर सुविधा महैया करा रहा है. उनको समय पर खाना, पानी और चिकित्सा सुविधा मुहैया कराई जा रही है, लेकिन इस सब के बाद भी मजदूरों का हौसला टूटने लगा है. वो प्रशासन से अपने घर जाने की अपील कर रहे हैं.
सरकार के आदेश पर पानीपत लगातार प्रवासी मजदूरों को हरियाणा रोडवेज की सहायता से घर भेज रहा है. फिर भी काफी संख्या में मजदूर पानीपत में हैं. जो अपने घर जाना चाहते हैं. प्रशासन का कहना है कि जल्द ही सभी मजदूरों को उनके घर पहुंचा दिया जाएगा.
पानीपत में ठहरे कुछ प्रवासी मजदूरों का कहना है कि उनके पास न तो अब पैसे हैं और ना ही उन्हें प्रशासन और किसी सामाजिक संस्था की ओर से उनको राशन दिया जा रहा है. शुरुआती दिनों में उनको खाने के लिए भोजन दिया गया था, लेकिन अब उनकी सुध लेने वाला कोई नहीं है. कभी-कभी उनको थोड़ा बहुत भोजन मिलता है. वो उसे खुद खाएं या अपने बच्चों को खिलाएं.
ये भी पढ़ें:- पड़ताल: लॉकडाउन में चारे की कमी ने तोड़ी डेयरी उद्योग की कमर, आधा दूध दे रहे पशु
वहीं पानीपत सीटीएम सुमन भाखड ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि प्रशासन की ओर से सभी प्रवासी मजदूरों को सभी सुविधाएं दी जा रही हैं. अगर किसी को कोई दिक्कत है तो वो प्रशासन को बताए. उसकी हर संभव मदद की जाएगी. इसके साथ ही प्रशासन ने आगामी आदेश पर उनको घर जाने की अनुमति देने की बात कही.