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पानीपत के सरकारी अस्पताल में नहीं मिलती दवाइयां, मरीज बाहर से दवाई लेने को मजबूर

पानीपत के सिविल अस्पताल में दवाईयों की कमी होने के कारण दवा नहीं मिल रही है, दवा ना मिलने पर रोगियों ने कहा कि क्या फायदा है करोड़ों के अस्पताल बनाने से.

पानीपत के सरकारी अस्पताल में दवा के लिए लगी लंबी लाइन
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Published : Nov 4, 2019, 6:20 PM IST

पानीपत: हरियाणा सरकार स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर भले ही बड़े-बड़े दावे करती हो लेकिन पिछले कुछ दिनों से पानीपत के सिविल अस्पताल में कुछ और ही देखने को मिल रहा है. पानीपत के सरकारी अस्पताल में दवा की कमी के कारण रोगियों को पूरी दवा नहीं दी जा रही है. रोगियों को बाहर मेडिकल स्टोरों से दवा खरीदनी पड़ रह है.

'नहीं मिलते डॉक्टर'
वहीं अस्पताल में आए रोगियों का कहना है कि पिछले कुछ समय से अस्पताल का यही हाल है. कभी अस्पताल में डॉक्टर नहीं मिलते तो कभी दवा नहीं मिलती है. यहां घंटो लाइन में लगकर डॉक्टर का इंतजार करना पड़ा हैं तब जाकर कही डॉक्टर आते हैं.

पानीपत के सरकारी अस्पताल में नहीं मिलती दवाइयां

'करोड़ों की लागात का कोई फायदा नहीं है'
कुछ रोगियों ने गुस्से में कहा कि सरकार की ओर से करोड़ों की लगत से अस्पताल तो बना दिया गया है. लेकिन अस्पताल में सुविधाओं के नाम पर कुछ नहीं किया इससे आमजनता को कोई फायदा नहीं हो रहा है.

ये भी पढे़ं:टोहाना में अब पराली जलाने से मिलेगा छुटकारा, किसानों को जागरूक करेगा प्रशासन
'हम पर रुपये होते तो क्यों आते सरकारी अस्पताल'
कुछ बुजुर्गों ने अपने दुख को साझा करते हुए बताया कि यहां दवा नहीं मिल रही है. बाहर से दवा लेनी पड़ रही है और हमारे पास रुपये नहीं हैं. हम लोगों के पास रुपये होते तो हम लोग क्यो सरकारी अस्पताल में इलाज कराने आते.

ये भी पढ़ें:जम्मू-कश्मीर : श्रीनगर में ग्रेनेड हमला, एक की मौत, 18 घायल

पानीपत: हरियाणा सरकार स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर भले ही बड़े-बड़े दावे करती हो लेकिन पिछले कुछ दिनों से पानीपत के सिविल अस्पताल में कुछ और ही देखने को मिल रहा है. पानीपत के सरकारी अस्पताल में दवा की कमी के कारण रोगियों को पूरी दवा नहीं दी जा रही है. रोगियों को बाहर मेडिकल स्टोरों से दवा खरीदनी पड़ रह है.

'नहीं मिलते डॉक्टर'
वहीं अस्पताल में आए रोगियों का कहना है कि पिछले कुछ समय से अस्पताल का यही हाल है. कभी अस्पताल में डॉक्टर नहीं मिलते तो कभी दवा नहीं मिलती है. यहां घंटो लाइन में लगकर डॉक्टर का इंतजार करना पड़ा हैं तब जाकर कही डॉक्टर आते हैं.

पानीपत के सरकारी अस्पताल में नहीं मिलती दवाइयां

'करोड़ों की लागात का कोई फायदा नहीं है'
कुछ रोगियों ने गुस्से में कहा कि सरकार की ओर से करोड़ों की लगत से अस्पताल तो बना दिया गया है. लेकिन अस्पताल में सुविधाओं के नाम पर कुछ नहीं किया इससे आमजनता को कोई फायदा नहीं हो रहा है.

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'हम पर रुपये होते तो क्यों आते सरकारी अस्पताल'
कुछ बुजुर्गों ने अपने दुख को साझा करते हुए बताया कि यहां दवा नहीं मिल रही है. बाहर से दवा लेनी पड़ रही है और हमारे पास रुपये नहीं हैं. हम लोगों के पास रुपये होते तो हम लोग क्यो सरकारी अस्पताल में इलाज कराने आते.

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Intro:
एंकर-सरकार ने 42 करोड़ की लागत से पानीपत के सरकारी अस्पताल की बिल्डिंग बनाकर तो तैयार कर दी। लेकिन आजकल अस्पताल की डिस्पेंसरी में मरीजों को दवा ही  नहीं मिलती। ऐसे में पानीपत का सरकारी अस्पताल स्वास्थ्य विभाग के दावों की पोल खोल रहा है।
Body:
वीओ- हरियाणा सरकार स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर बड़े-बड़े दावे करती है। लेकिन पानीपत का सरकारी अस्पताल हकीकत कुछ और ही बयां कर रहा ।42 करोड़ की लागत से बने अस्पताल में आए हुए मरीजों को दवा ही नहीं मिलती। घंटों लाइनों में खड़ा होकर भी पूरी दवा नहीं मिल पा रही जिसके चलते मरीजों को बाहर मेडिकल स्टोर से दवा खरीदनी पड़ती है। ऐसे में सवाल वही उठता है आखिर बिल्डिंग बना देने से क्या स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार हो सकता है ।सरकारी अस्पताल में इलाज कराने आए मरीजों का कहना है गरीब और असहाय लोग ही सरकारी अस्पताल में इलाज कराते हैं ।अब जब यहां ही दवा नहीं मिलेगी तो फिर ऐसे 40 करोड़ के अस्पताल का फायदा क्या है।
Conclusion:बाइट-साहिबान मरीज का परिजन
बाइट-साहब सिंह मरीज
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