पानीपत: 13 सितंबर को आतंकियों से मुठभेड़ में पानीपत के 36 साल के मेजर आशीष धौंचक शहीद हो गए थे. रविवार को हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने शहीद मेजर आशीष धौंचक के परिजनों से मुलाकात की. सीएम पलवल से हेलीकॉप्टर के जरिए पानीपत सेक्टर 13-17 पहुंचे. यहां वो सड़क मार्ग के जरिए शहीद मेजर आशीष के नवनिर्मित आवास पर पहुंचे और शहीद के परिजनों का दुख साझा किया.
सीएम मनोहर लाल ने कहा कि परिवार से मिलकर पता लगा कि मेजर आशीष बहुत ही बहादुर थे. उनका नाम अमर रहे, इसके लिए समाज के साथ मिलकर प्रयास करेंगे. परिवार के साथ मेरी संवेदनाएं हैं. ये बहुत विषम परिस्थिति हैं, क्योंकि परिवार में वो तीन बहनों के इकलौते भाई थे. उनकी 2 साल की बेटी है. उनकी पत्नी और बेटी के भविष्य के लिए सरकारी प्रक्रिया के अनुसार अधिकतम सहयोग किया जाएगा.
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हरियाणा की शहीदी परम्परा को आगे बढ़ाने वाले पानीपत के लाल मेजर आशीष जी के निवास स्थान पर उनके परिजनों से शोक संवेदना प्रकट की। मातृभूमि हेतु उन्होंने जो बलिदान दिया है उसे कृतज्ञ राष्ट्र सदैव याद रखेगा। शौर्य और पराक्रम की उनकी गाथा प्रदेश और देश को गौरवान्वित करती रहेगी।
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मेजर… pic.twitter.com/MNp3rJhg9Fहरियाणा की शहीदी परम्परा को आगे बढ़ाने वाले पानीपत के लाल मेजर आशीष जी के निवास स्थान पर उनके परिजनों से शोक संवेदना प्रकट की। मातृभूमि हेतु उन्होंने जो बलिदान दिया है उसे कृतज्ञ राष्ट्र सदैव याद रखेगा। शौर्य और पराक्रम की उनकी गाथा प्रदेश और देश को गौरवान्वित करती रहेगी।
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मुख्यमंत्री ने 50 लाख रुपये की राशि शहीद के परिवार को देने की घोषणा की. इसके अलावा उनकी पत्नी को शैक्षणिक योग्यता के अनुसार नौकरी देने की बात कही. सीएम ने कहा कि इसके अलावा शहीद मेजर आशीष के नाम पर पार्क, स्कूल, मार्ग का नाम रखने के प्रस्ताव पर विचार किया जाएगा.
जब सीएम से जवानों को बुलेट प्रूफ जैकेट दिए जाने की मांग का सवाल किया, तो उन्होंने कहा कि अभी ये समय इसपर बात करने का नहीं है. बता दें कि शहीद मेजर आशीष 4 महीने पहले परिवार से मिलकर गए थे. मेजर आशीष की शादी 15 नवंबर 2015 को जींद की रहने वाली ज्योति से हुई थी. उनका परिवार पहले पैतृक गांव बिंझौल में ही रहता था. 2 साल पहले वो शहर में शिफ्ट हो गए थे.