पानीपत: मानसिक रूप से बीमार व्यक्ति कई बार ऐसा कदम उठा लेते हैं, जिससे उनकी जान पर भी बन आती है. ऐसा ही हैरतअंगेज मामला पानीपत के सिविल अस्पताल (panipat civil hospital) में सामने आया. मंगलवार को यहां एक 52 वर्षीय व्यक्ति इलाज के लिए सिविल अस्पताल आया. उसका प्राइवेट पार्ट 2 दिन से कोल्ड ड्रिंक की प्लास्टिक की बोतल में फंसा था. डॉक्टरों ने इसे निकालने के लिए करीब एक घंटे तक कोशिश की, लेकिन वो शख्स के प्राइवेट पार्ट को बोतल से नहीं निकल पाए.
जिसके बाद डॉक्टर्स ने उसे पीजीआई रोहतक रेफर कर दिया. पहचान ना बताने की शर्त पर अधेड़ उम्र के व्यक्ति ने बताया कि वो सिटी थाना एरिया का रहने वाला है. वो अकेला रहता है. पिछले 12 सालों से अपनी सेक्स इच्छा की पूर्ति के लिए वो प्लास्टिक की बोतलों का इस्तेमाल कर रहा था, लेकिन इस बार उसकी ये क्रिया उसकी जान पर बन आई. व्यक्ति ने बताया कि लगभग तीन साल पहले भी उसके प्राइवेट पार्ट में बोतल फंस गई थी, पर सरकारी अस्पताल के डॉक्टर ने उसे निकाल दिया था.
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अबकी बार दो दिन बीत जाने के बाद भी बोतल को नहीं निकाला जा सका है. पीड़ित व्यक्ति डॉक्टरों के पास तब पहुंचा जब उसका रक्त प्रवाह रुकने से सूजन बहुत जायदा आ गई. पानीपत सिविल अस्पताल में डॉक्टरों ने एक घंटा बोतल निकलने की कोशिश की, लेकिन वो कामयाब नहीं हो सके. जिसके बाद डॉक्टर्स ने मरीज को पीजीआई रोहतक रेफर कर दिया. रोहतक रेफर की बात सुनकर शख्स अस्पताल से ऐसे ही चला गया.