पानीपत: कोरोना महामारी का वैश्विक रूप से असर हुआ है. लॉकडाउन की वजह से अर्थव्यवस्था को तो भारी नुकसान हुआ ही है. वहीं इस महामारी से शादी-विवाह और त्यौहार भी प्रभावित हुए हैं. ऐसे में क्रिसमस के मौके पर भी दुकानों में वो रंगत नजर नहीं आई, जितनी पहले होती थी. क्रिसमस नजदीक आते ही जहां एक महीने पहले ही बैकर्स को केक के लिए एडवांस ऑर्डर मिल जाते थे, वहीं आज शहर के बैकर्स खाली बैठे हैं.
नहीं मिले केक के ऑर्डर्स- बेकर्स
क्रिसमस को मजह दो दिन बाकी रह गए हैं, लेकिन शहर के बेकर्स का कहना है कि पिछली बार की मुताबिक अब की बार ना तो किसी बड़े केक का ऑर्डर आया है और ना ही कोई उम्मीद नजर आ रही है. वहीं शादियों और पार्टियों में केक के आर्डर मिलते थे, लेकिन अब भीड़ इकट्ठा कर सेलिब्रेशन करने की अनुमति नहीं है, तो बड़े केक्स के ऑर्डर नहीं मिलते.
'इस बार नहीं बिके प्लम केक'
पानीपत के सबसे बड़े बैकर्स अहूजा बेकर्स का कहना है कि सभी त्यौहार करोना की भेंट चढ़े. हालांकि पानीपत जिले में ईसाई धर्म के अनुयायियों की संख्या बहुत कम है. फिर भी कुछ प्लम केक के ऑर्डर मिल जाते थे, लेकिन अब वो भी नहीं मिल रहे.
कोरोना काल में आधा हुआ कारोबार- बेकर्स
वहीं बेकर्स का कहना है कि लॉकडाउन के बाद कारोबार सिर्फ दस फीसदी ही कारोबार रह गया था. अभी थोड़े हालात बदले हैं, लेकिन अब भी काम आधा चल रहा है. वहीं रही बात क्रिसमस को लेकर तो उनका कहना है कि अब उम्मीद है कि क्रिसमस के दिन कुछ ऑर्डर मिल जाएंगे, लेकिन इस बार सीजन जैसा माहौल नहीं है. इस कोरोना ने कारोबारियों को काफी मुश्किलें खड़ी की हैं. सभी त्योहार फीके निकले हैं. अब दुकानदार बस यही उम्मीद लगाए बैठे हैं कि स्थितियां समान्य हो जाए ताकि उनका कारोबार फिर से निकल पड़े.
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