पानीपतः हरियाणा के पानीपत में स्थित सरकारी स्कूल में सांइस के प्रैक्टिकल के दौरान एक हादसा हो गया. जब छात्र साइंस लैब में प्रैक्टिकल कर रहे थे तो सल्फ्यूरिक एसिड नीचे गिर गया. सल्फ्यूरिक एसिड के नीचे गिरने के कारण वहां मौजूद छात्रा को सल्फ्यूरिक गैस (Gas leak in government school Panipat) चढ़ गई. गैस चढ़ने से एक छात्रा की हालत खराब हो गई जिसे पहले स्कूल में ही फस्ट ऐड देकर ठीक करने की कोशिश की गई लेकिन स्थिति बिगड़ते देख उसे सिविल अस्पताल ले जाया गया.
अस्पताल में आधा घंटा डॉक्टरों ने उसका उपचार किया और हालत स्थिर होने पर उसे रोहतक पीजीआई रेफर कर दिया गया. मिली जानकारी के अनुसार राजकीय मॉडल संस्कृति स्कूल पानीपत में साइंस प्रदर्शनी थी. 11वीं के छात्र दूसरे लेक्चर के दौरान सांइस लैब में गए. जहां चार-चार के ग्रुप में बच्चे प्रेक्टिकल कर रहे थे. इसी दौरान वहां बच्चों ने खाने में रंग देने वाले केमिकल पर प्रयोग करना शुरू किया. प्रयोग के दौरान सल्फ्यूरिक एसिड गैस का रिसाव होने लगा.
गैस के रिसाव के कारण वहां मौजूद बच्चों को सांस लेने में तकलीफ और आंखों में जलन होने लगी. एक छात्रा छात्रा तनीषा की खांसी के कारण तबियत ज्यादा खराब हो गई. बच्चों ने तुरंत इसकी सूचना लेब इंचार्ज को दी और छात्रा को तुरंत लैब से बाहर निकालकर प्राथमिक उपचार दिया गया, लेकिन इससे बात नहीं बनीं तो उसे सिविल अस्पताल पानीपत पहुंचाया गया. सरकारी अस्पताल में आधा घंटा तक डॉक्टरों ने उसका इलाज किया.
फिर डॉक्टरों ने उसकी हालत को देखते हुये उसे रोहतक पीजीआई रेफर कर दिया. सरकारी अस्पताल में बच्ची का इलाज करने वाले डॉक्टर अंकुश कुंडू ने बताया कि साइंस लैब में एक्सपेरिमेंट करते वक्त सल्फ्यूरिक एसिड नीचे गिर गया था. जिसके कारण छात्रा के गले में जलन और सांस लेने में दिक्कत होने लगी. अस्पताल में इलाज से जब कोई फर्क नहीं पड़ा तो उसे रोहतक पीजीआई रेफर किया गया. डॉक्टरों ने बताया कि गैस से फेफड़ों पर सबसे पहले और सबसे ज्यादा प्रभाव पड़ता है.
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