पानीपतः शहर में करोड़ों रूपए की लागत से बना 5 मंजिला सामान्य अस्पताल जनता के लिए सफेद हाथी साबित हो रहा है. एक ओर जहां इस अस्पताल में लोगों को इलाज कराने में दिक्क्तों का सामना करना पड़ रहा है तो वहीं अब मोर्चरी विभाग में भी लाइट की समस्या बनी हुई है. जिसके कारण शवों का पोस्टमॉर्टम भी नहीं हो पा रहा है. मोर्चरी में लाइट नहीं होने से मृतकों के परिजन शवों को लेकर मोर्चरी के बाहर गाड़ियों में शव रखकर बिजली के इंतजार में बैठे हैं.
शव गृह में नहीं बिजली की सुविधा
पानीपत का सामान्य अस्पताल खुद बीमार नजर आने लगा है. शहर के सामान्य अस्पताल में बिजली लाइन तो दूर मोर्चरी विभाग में लाइट ही नहीं है. जिसके चलते शवों के पोस्टमार्टम न होने से मृतकों के परिजन सबसे ज्यादा परेशान है. मृतकों को परिजनों का कहना है कि अस्पताल प्रशासन द्वारा यहां कोई व्यवस्था नहीं की गई है. जिसके कारण आम लोगों में सबसे ज्यादा रोष है.
ग्रामीणों का कहना है कि बार-बार शिकायत के बावजूद उनकी इस समस्या पर कोई सुनवाई नहीं होती. ऐसे में उन्हें इलाज के लिए तो परेशान होना पड़ता है लेकिन इसके साथ ही मृतकों के शवों के पोस्टमॉर्टम के लिए भी घंटों इंतजार करना पड़ता है.
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आनन-फानन में खरीदी गई बैट्रियां
वहीं इस मामले में अस्पताल के डॉक्टर बोलने को तैयार नहीं है. मीडिया ने जब डॉक्टरों से बात करनी चाही को डॉक्टरों ने ढाई बजे लाइट आने की बात कह कर मामले से पल्ली झाड़ लिया. उसके बाद भी जब घंटों बीत जाने के बाद लाइट नहीं आई तो डॉक्टरों ने पहले तो भवन की बैटरियां उतरवाई लेकिन काम नहीं चला तो आनन-फानन में नई बैट्रियां खरीदी गई. इसके बाद इन बैट्रियों के सहारे ही पोस्टमॉर्टम करवाए गओए.