पानीपत: प्रदेश के मुखिया मनोहर लाल खट्टर गांव गांव जाकर जनसंवाद के माध्यम से लोगों की समस्याएं सुन रहे हैं. उन्होंने सभी जिलों के जिला उपायुक्तों को सख्त हिदायत देते हुए सुबह 11 बजे से दोपहर 1 बजे तक जन समस्याएं सुनने के आदेश दिए हैं. लेकिन खुला दरबार और जनसंवाद कार्यक्रम उस समय खोखले साबित हो जाते हैं, जब मूलभूत सुविधाओं के लिए कड़ी धूप में 70 से 80 साल के बुजुर्गों को रोड जाम करना पड़ जाए.
दरअसल, गुरुवार को पानीपत वार्ड 10 के बुजुर्गों ने रोड जाम किया. वे स्थानीय समस्याओं को लेकर कड़ी धूप में सड़क पर बैठ गए. रोड जाम कर बैठे 70 से 80 साल के बुजुर्गों की मांग गली में सड़क का निर्माण और पानी निकासी की सुचारू व्यवस्था करने को लेकर है. बुजुर्गों ने पानीपत में सनौली रोड जाम कर सरकार का ध्यान दिलाने की कोशिश की.
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बुजुर्ग महिलाओं ने बताया कि बार-बार वार्ड पार्षद से गुहार लगाने के बाद भी वार्ड पार्षद उनकी समस्याओं पर ध्यान नहीं दे रहा है. उन्हें पिछले 3 महीने से केवल झूठे आश्वासन दिए जा रहे हैं. महिलाओं ने बताया कि उनकी गली की हालत इतनी खराब हो गई है कि यहां से पैदल निकलना भी मुश्किल हो गया है. सफाई व्यवस्था बदहाल है और पूरी गली में गंदगी के अंबार लगे हुए हैं. जिसके कारण मजबूरन उन्हें सड़क पर उतरना पड़ा है.
स्थानीय निवासियों ने बताया कि समस्या तो करीब 10 साल पुरानी है और हर बार यहां के लोगों ने इस समस्या को स्थानीय जनप्रतिनिधियों के सामने रखा है. इसके बावजूद इन समस्याओं का निराकरण नहीं किया जा रहा है, जिससे स्थानीय लोगों को परेशान होना पड़ रहा है. उन्होंने बताया कि गली में हाल ही में सीवरेज और पानी की पाइप लाइन का काम चल रहा था. जिसके चलते गली में बनी सड़क को उखाड़ दिया गया.
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अब हालात यह है कि पानी की पाइप लाइन में सीवरेज का गंदा पानी जा रहा है, जिससे ना सिर्फ लोग बीमार हो रहे हैं बल्कि स्थानीय दुकानदारों का धंधा भी चौपट हो रहा है. स्थानीय लोगों ने बताया कि नेता चुनाव के समय तो वोट मांगने आते हैं और हर समस्या का समाधान करने का वायदा करते हैं, लेकिन जीतने के बाद वे नजर नहीं आते हैं.