पानीपत: चमकी बुखार का खौफ हरियाणा में दस्तक दे चुका है. पिछले साल तक जिस लीची की डिमांड हरियाणा में सबसे ऊपर थी, चिमकी बुखार की वजह से उसे खाने वाले लोग कम हो चुके हैं. यही वजह है कि पानीपत में लीची कि डिमांड 90 प्रतिशत तक कम हो चुकी है. आलम ये है कि लीचियां अपने तय रेट से आधे के दाम में भी ग्राहक नहीं ढूंढ पा रही है.
दुकानदारों की माने तो लीची की घटती डिमांड से उन्हें काफी नुकसान हो रहा है. खुद डॉक्टर भी ये कह चुके हैं कि चमकी बुखार का लीची से कोई लेना देना नहीं है. चमकी बुखार के कारणों का पता लगाया जा रहा है, लेकिन ये भी सच है कि एक चमकी बुखार से जुड़ी एक अफवाह ने इस साल लीची की चमक को कम जरूर कर दिया है.