पानीपत: समालखा नगर पालिका में उठापटक का दौर थम नहीं रहा है, कयोंकि पार्षद कांग्रेस और भाजपा दल में जा बंटे हैं. नगर पालिका चेयरपर्सन निधि मितल के पति सचिन मित्तल जहां कांग्रेस विधायक की शरण में हैं वहीं वाइस चेयरमैन सुनील शर्मा को भाजपा सांसद का सहारा है.
यही कारण है कि काम की बजाए माहौल टांग खिंचाई का बना हुआ है. अधिकारी भी इस रार से परेशान हैं. हाल में भी माहौल गर्म है. वाइस चेयरमैन गुट ने नगर पालिक के कार्यवाहक सचिव राकेश कादियान को कुछ समय पहले हटवा दिया था, लेकिन कांग्रेस विधायक हफ्तेभर बाद ही उन्हें वापस ले आए थे.
वहीं अब वाइस चेयरमैन सुनील पार्षदों के साथ गृह मंत्री अनिल विज की शरण में पहुंचे. फिर ना केवल कार्यवाहक सचिव को हटाया, बल्कि आशीष कुमार स्थायी सचिव लगा दिए गए. वाइस चेयरमैन गुट ने मंत्री के सामने कार्यवाहक सचिव और चेयरपर्सन पति पर मिलीभगत के आरोप भी लगाकर कामों की जांच की मांग की.
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वहीं दो दिन बाद कांग्रेस विधायक धर्म सिंह छौक्कर नगर पालिका कार्यालय पहुंचे और सचिव और अन्य कर्मियों को विकास में तेजी लाने के आदेश दिए. वहीं भाजपा गुट के पार्षदों पर गुमराह होने की बात बोल भाजपा को भ्रष्टाचारी बताया. विधायक ने कहा कि विकास मेरी प्राथमिकता है. सभी पार्षद मेरे लिए एक समान हैं. भ्रष्टाचार को सहन नहीं किया जाएगा.