ETV Bharat / state

पानीपत: बिना कंट्रोल रूम के CCTV कैमरे लाचार, कैसे लगेगी क्राइम पर लगाम? - Missing cctv camera in panipat

पानीपत में अपराध करने वाले और ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने वालों पर कंट्रोल करने के लिए प्रशासन की ओर से सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे. कंट्रोल रूम बनाया गया जिसका अब पता ही नहीं है.

cctv camera control room in panipat
cctv camera control room in panipat
author img

By

Published : Feb 1, 2020, 10:54 AM IST

Updated : Feb 1, 2020, 11:23 AM IST

पानीपत: औद्योगिक एवं ऐतिहासिक नगरी पानीपत में हर दिन हजारों लोग बाहर से करोड़ों का व्यापार करने के लिए आते हैं. आए दिन शहर में ये सूचना मिलती है कि बाजार में व्यापारी के साथ लूट हुई.

लगातार बढ़ रही इस प्रकार की घटनाओं पर अंकुश लागने के लिए प्रशासन ने 10 महीने पहले ही जिला प्रशासन ने पुलिस के सहयोग से लाखों रुपये खर्च करके सीसीटीवी कैमरे लगाए.

ना कंट्रोल रूम के CCTV कैमरे

शहरभर में जीटी रोड पर 60-70 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए, लेकिन ये कैमरे समय के साथ खराब होने लगे हैं. न तो अभी तक कोई अपराधी इमनें कैद हुआ न ही कोई यातायात के नियम तोड़ने वाला. सिर्फ देखने के लिए सीसीटीवी कैमरे लगे हैं. कंट्रोल रूम का कोई अता-पता नहीं है.

ये भी पढे़ं:- लाडवा का पवित्र मंजी साहिब गुरुद्वारा: यहां मौजूद चारपाई जिस पर श्री गुरु तेग बहादुर ने किया था आराम

वहीं बात अगर बाजारों की करें तो बाजार में दुकानदारों ने अपने पैसे से सीसीटीवी कैमरे लगाए हैं. ताकि कोई भी अप्रिय घटना हो तो उसका सबूत दे सकें. लेकिन आए दिन होने वाली घटनाओं से व्यापारी, दुकानदार और राहगीर भी अपराधियों से नहीं बच पा रहे हैं.

गायब कंट्रोल रूम

ऐसे में बड़ा सवाल पुलिस प्रशासन पर खड़ा होता है कि करोड़ों का टैक्स देने वाले शहर को आखिर इन अपराधों से कब छुटकारा मिलेगा. पानीपत के रेड लाइट चौक पर लाखों रुपये की मदद से सहायता केंद्र बनाया गया था. लेकिन समय के साथ कंट्रोल रूम गायब हो गया और कोई शिकायत सुनने वाला नहीं है.

पानीपत: औद्योगिक एवं ऐतिहासिक नगरी पानीपत में हर दिन हजारों लोग बाहर से करोड़ों का व्यापार करने के लिए आते हैं. आए दिन शहर में ये सूचना मिलती है कि बाजार में व्यापारी के साथ लूट हुई.

लगातार बढ़ रही इस प्रकार की घटनाओं पर अंकुश लागने के लिए प्रशासन ने 10 महीने पहले ही जिला प्रशासन ने पुलिस के सहयोग से लाखों रुपये खर्च करके सीसीटीवी कैमरे लगाए.

ना कंट्रोल रूम के CCTV कैमरे

शहरभर में जीटी रोड पर 60-70 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए, लेकिन ये कैमरे समय के साथ खराब होने लगे हैं. न तो अभी तक कोई अपराधी इमनें कैद हुआ न ही कोई यातायात के नियम तोड़ने वाला. सिर्फ देखने के लिए सीसीटीवी कैमरे लगे हैं. कंट्रोल रूम का कोई अता-पता नहीं है.

ये भी पढे़ं:- लाडवा का पवित्र मंजी साहिब गुरुद्वारा: यहां मौजूद चारपाई जिस पर श्री गुरु तेग बहादुर ने किया था आराम

वहीं बात अगर बाजारों की करें तो बाजार में दुकानदारों ने अपने पैसे से सीसीटीवी कैमरे लगाए हैं. ताकि कोई भी अप्रिय घटना हो तो उसका सबूत दे सकें. लेकिन आए दिन होने वाली घटनाओं से व्यापारी, दुकानदार और राहगीर भी अपराधियों से नहीं बच पा रहे हैं.

गायब कंट्रोल रूम

ऐसे में बड़ा सवाल पुलिस प्रशासन पर खड़ा होता है कि करोड़ों का टैक्स देने वाले शहर को आखिर इन अपराधों से कब छुटकारा मिलेगा. पानीपत के रेड लाइट चौक पर लाखों रुपये की मदद से सहायता केंद्र बनाया गया था. लेकिन समय के साथ कंट्रोल रूम गायब हो गया और कोई शिकायत सुनने वाला नहीं है.

Intro:
एंकर -- पानीपत में अपराध करने वाले व ट्रैफिक नियमो की उलंघना करने वाले लोगो की अब खैर नही । इसको लेकर पानीपत प्रसाशन ने उठाये थे कड़े कदम । शहर के बीचों बीच से गुजरने वाले हाइवे से लेकर शहर के चप्पे चप्पे पर रहेगी पुलिस प्रसासन की नज़र ।यह सोचकर शहर में लगवाए गए थे 60- से 70 सीसीटीवी कैमरे । लेकिन समय के साथ शहर से तीसरी आँख गायब ,प्रसाशन के दावे हुए हवा हवाई।

Body:वीओ -- पानीपत की औद्योगिक एवं ऐतिहासिक नगरी में हर दिन हजारों लोग बाहर से करोडो का व्यापर करने के लिए आते हे ,आये दिन शहर में यह सुचना मिलती हे की बाजार में व्यापारी के साथ हुई लूट ,लगातार बढ़ते क्राइम को देखते हुए 10 माह पहले जिला प्रसाशन ने पुलिस के सहयोग से लाखो रूपए खर्च कर शहर में जीटी रोड पर लगाए थे 60-70 कैमरे ,लेकिन समय के साथ इस तीसरी आँख की रौशनी होने लगी कमजोर ,अभीतक इन सीसीटीवी कैमरों में न तो कोई अपराधी कैद हो पाया और न ही कोई यातायात नियम तोड़ने वाला ,

वंही बात अगर बाजारों की करे तो परेसान दुकानदारों ने मार्किट में अपने पैसो से सीसीटीवी लगाए हे ,ताकि कोई भी अप्रिय घटना हो तो उसका सबूत कैद हो सके ,लेकिन आये दिन होने वाली घटनाओं से व्यापारी ,दूकानदार और राहगीर भी अपराधियों से नहीं बच पाए ,ऐसे में बड़ा सवाल पुलिस प्रसाशन पर खड़ा होता हे की करोडो का टेक्स देने वाले शहर को आखिर इन अपराधों से कब मिलेगा छुटकारा ,और कबतक प्रसाशन झूठा आश्वाशन देता रहेगा की शहर व् शहरवासी हे सुरक्षित।


Conclusion:पानीपत के रेड लाइट चौंक पर लाखो रूपए की लागत से सहायता केंद्र बनाया गया था ,और सीसीटीवी का कंट्रोल रूम भी बनवाया गया था ,ताकि अगर बाजार में आये किसी भी खरीददार या राहगीर के साथ कोई अप्रिय घटना हो तो वह यंहा अपनी शिकायत दर्ज कर सके ,लेकिन समय के साथ कंट्रोल रूम गायब हे और कोई शिकायत सुनने वाला नहीं ,ऐसे में लोगो के पेसो की बर्बादी तो होती ही हे साथ में अपराधियों के भी हौसले बुलंद होते हे की उनपर कोई कार्यवाही नहीं करने वाला ,ऐसे में शहर का राम ही सहारा।

बाइट -- गौरव लिखा ,प्रधान इंसार बाजार
बाईट -- दर्शन लाल ,प्रधान चौड़ा बाजार
Last Updated : Feb 1, 2020, 11:23 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.