पानीपत: पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा (Bhupinder Hooda) बुधवार को पानीपत पहुंचे. इस दौरान उन्होंने हरियाणा में हुए भर्ती घोटाले (Recruitment Scam In Haryana) को लेकर राज्य की गठबंधन सरकार पर जमकर साधा निशाना. हुड्डा ने कहा कि जो कहते थे ना पर्ची है ना खर्ची है, पारदर्शिता है. भ्रष्टाचार नहीं है, उसी सरकार में खूब भ्रष्टाचार चल रहा है. बीजेपी की तो ये नीति है वोट खरीदो और नौकरियां बेचो. हुड्डा ने कहा कि बीजेपी सरकार में परचून की दुकान की तरह नौकरियां मिल रही हैं.
पूर्व सीएम ने कहा कि इस सरकार में भर्तियों की मेरिट और पारदर्शिता नोटों की अटैची में नीलाम हो रही है. प्रदेश सरकार को चोरी-छिपे नौकरियां बेचने की बजाय, औपचारिक तौर पर नौकरियों की रेट लिस्ट जारी कर देनी चाहिए. हुड्डा ने आगे कहा कि बीजेपी-जेजेपी सरकार में घोटालों की ऐसी भरमार है कि एक को दबाने की कोशिश होती है तो दूसरा उजागर हो जाता है. दूसरे को ढकने की कोशिश होती है तो तीसरा सामने आ जाता है. हाल ही में जो भर्ती घोटाला हुआ वो बिना सरकारी संरक्षण के इतने बड़े स्तर पर संभव नहीं है. इन घोटालों की उच्चस्तरीय न्यायिक जांच क्यों नहीं करवाई जा रही.
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पूर्व सीएम हुड्डा ने एचपीएससी भर्ती घोटाले (Haryana Public Service Comission Recruitment Scam) की हाई कोर्ट के पूर्व जस्टिस या सीबीआई (CBI) से जांच कराने की मांग की. हुड्डा ने कहा कि प्रदेश में नौकरियों के नाम पर हुई लूट की जांच की मांग चाहता हूं. बीजेपी सरकार ऐसे अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने में आखिर क्यों हिचकिचा रही है. एचपीएससी और एचएसएससी के चेयरमैन की बर्खास्तगी की जाए, लेकिन दोनों ही पदों पर बने हुए हैं.
वहीं ऐलनाबाद उपचुनाव और चुनाव के दौरान गोपाल कांडा को मित्र कहने के सवाल का जवाब देते हुए हुड्डा ने कहा कि गोपाल कांडा मेरे मित्र हैं क्योंकि वे मेरे कैबिनेट में रह चुके हैं. इसके अलावा अभय चौटाला भी मेरे मित्र हैं. राजनैतिक रिश्ते अलग होते हैं. रही बात ऐलनाबाद चुनाव हारने की तो ऐलनाबाद में कांग्रेस कैंडिडेट ने खुद ही चुनाव नहीं लड़ा.
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