पानीपत: पानीपत से राहगीरी कार्यक्रम से जुड़ी चौंकाने वाली ख़बर सामने आई है. एक आरटीआई में सामने आया है कि पिछले साल से आयोजित हो रहे राहगीरी कार्यक्रम की जानकारी ना तो जिला प्रशासन के पास है और ना ही इसके लिए प्रशासन से कोई परमिशन ली गई है. आरटीआई में ये भी सामने आया है कि जो धनराशि इस कार्यक्रम के लिए रखी गई है उसे भी अबतक इस्तेमाल नहीं किया गया है.
पानीपत में हो रहा रागगीरी कार्यक्रम सवालों के घेरे में आ गया है.आरटीआई कार्यकर्ता पीपी कपूर ने आरटीआई दाखिल की थी. जिसके जवाब में डीएसपी हैड ऑफिस की ओर से कहा गया कि राहगीरी कार्यक्रम का क्या उद्देश्य है ? इसका क्या लक्ष्य है? इससे जुड़ी उनके पास कोई सूचना नहीं है. ये जवाब अपने आप में ही चौंकाने वाला है क्योंकि ये कार्यक्रम जिला प्रशासन की ओर से ही आयोजित किया जाता है, लेकिन पानीपत प्रशासन को इस कार्यक्रम का उद्देश्य ही पता नहीं है. इसके बावजूद 1 साल से राहगीरी कार्यक्रम जिले भर में आयोजित किया जा रहा है.
जिला उपायुक्त ने सभी आरोपों को खारिज किया और कहा कि लोगों और समाजसेवी संस्थाओ के सहयोग से पानीपत में ये कार्यक्रम चलाया जा रहा है.
आरटीआई में ये भी सामने आया है कि सरकार की ओर से 3 लाख की जो धनराशि राहगीरी कार्यक्रम के लिए दी गई है. वो भी अभी तक खर्च नहीं की गई है. ऐसे में सवाल ये उठता है कि अगर सरकार की ओर से आ रही धनराशि खर्च नहीं की जा रही है तो फिर राहगीरी कार्यक्रम के लिए पैसा कौन दे रहा है और कहां से आ रहा है ? सवाल ये भी उठता है कि क्या कुछ चुनिंदा लोग अपना चेहरा चमकाने और चमचागिरी के लिए इस कार्यक्रम को आयोजित करा रहे हैं ? और क्यों जिले में हो रहे राहगीरी कार्यक्रम की जानकारी जिला प्रशासन के पास नहीं है ?