पंचकूला में मनरेगा मेड मजदूरों और आशा वर्करों का प्रदर्शन जारी है. शुक्रवार को नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने पंचकूला पहुंचकर मनरेगा मेड मजदूर और आशा वर्करों के धरने का समर्थन किया. भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि आशा वर्करों और मनरेगा मेड मजदूरों की मांग को हम विधानसभा में उठाएंगे. भूपेंद्र हुड्डा ने कहा कि मनरेगा मेड और आशा वर्कर इंतजार कर रहे हैं कि सरकार बातचीत कर उनकी मांगों का समाधान करे. भूपेंद्र हुड्डा ने कहा कि सरकार की तरफ से इनकी तरफ कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा.
भूपेंद्र हुड्डा ने कहा कि जिस तरह से आशा वर्करों से व्यवहार किया गया है. उसकी मैं निंदा करता हूं. सरकार को उनसे बातचीत करके इनकी मांगों का समाधान निकालना चाहिए. भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने बीजेपी-जेजेपी को नॉन परफॉर्मिंग सरकार बताया. उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार जनहित के लिए एक भी फैसला करने में असमर्थ है. आशा वकर्स की मांग है कि उन्हें सरकारी कर्मचारी का दर्जा दिया जाए और न्यूनतम वेतन 26 हजार रुपये हो. इसके अलावा आशा वर्करों को ईपीएफ एवं ईएसआई की सुविधा दी जाए.
आशा वर्करों की मांग है कि उनकी रिटायरमेंट उम्र 65 साल की जाए और रिटायरमेंट पर सम्मानजनक पेंशन व ग्रेज्यूटी मिले. इन सभी मांगों को लेकर आशा वर्कर्स प्रदर्शन कर रही हैं. 11 अक्टूबर को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह रोहतक में आए थे. इस दौरान आशा वर्कर्स का प्रतिनिधिमंडल अमित शाह से मिलने पहुंचा था, लेकिन पुलिस कर्मियों के साथ उनकी धक्का मुक्की हुई. इसके बाद पुलिस ने उनपर लाठीचार्ज कर हिरासत में लिया. इसके बाद से आशा वर्कर का प्रदर्शन और ज्यादा उग्र हो गया है.