पंचकूला: कालका के मल्लाह गांव के सरकारी स्कूल के बच्चों को बस की पर्याप्त सुविधा नहीं मिलने के कारण काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है. छात्राओं को भी इसी परेशानी से रोजाना दो-चार होना पड़ता है. छात्र-छात्राओं को घर से स्कूल जाने के लिए एक ही बस मिलती है. जिसमें बच्चे जानवरों की तरह ठूंस कर जाने को मजबूर हैं.
एक बस के चलने के कारण बहुत से बच्चों को बस में जगह नहीं मिलती है, जिसके कारण उन्हें कई किलोमीटर तक पैदल जंगल के रास्तों से होकर गुजरना पड़ता है. जिसमें जान तक जाने का जोखिम है. जिस कारण से मल्लाह गांव के ग्रामीणों ने प्रशासन से स्कूली बच्चों के लिए पर्याप्त बस सुविधा देने की मांग की है.
गांव के निवासी विजय कुमार ने बताया कि मल्लाह स्कूल के बच्चे रोजाना इसी तरह को बस में ठूंस कर जाने को मजबूर हैं. अगर कोई हादसा हो जाए तो इसकी जिम्मेदारी कौन लेगा. इसलिए वे सरकार और प्रशासन से बच्चों के अच्छे भविष्य के लिए बस की सुविधा की मांग कर रहे हैं.