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नशे के खिलाफ एकजुट सात राज्य, पुलिस प्रमुख तय करेंगे रणनीति

नशा तस्करी को रोकने के लिए उत्तर भारत के सात राज्य व केंद्रशासित प्रदेश मिलकर काम करेंगे. सातों राज्यों के पुलिस प्रमुखों की बैठक 26 जून को चंडीगढ़ में होगी.

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Published : Jun 25, 2019, 5:39 PM IST

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पंचकूला: 26 जून के दिन को मादक पदार्थों के दुरुपयोग एवं अवैध तस्करी के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय दिवस के तौर पर मनाया जाता है. इसको लेकर चंडीगढ़ में कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा. इस कार्यक्रम में हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल, भारत सरकार के नार्कोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो डीजी अजय और केन्द्रीय एजेंसियों के अधिकारी उपस्थित रहेंगे.

डीजीपी मनोज यादव

मादक पदार्थों में ढाई गुना वृद्धि हुई
पुलिस महानिदेशक मनोज यादव ने ने बताया कि मादक पदार्थों के दुरुपयोग और अवैध तस्करी में हरियाणा डेंजर जॉन में है. इसलिए हरियाणा को प्रभावी कदम उठाने की आवश्यकता है. 2014 से 2018 के 4 वर्षो में मादक पदार्थों को पकड़ने की संख्या में ढाई गुना वृद्धि हुई है.

पुलिस प्रमुखों की समन्यव बैठक
इसी बारे में जानकारी देते हुए हरियाणा पुलिस महानिदेशक मनोज यादव ने बताया कि 26 जून को चंडीगढ़ में हरियाणा पुलिस द्वारा एक बार फिर पंजाब, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश, जम्मू कश्मीर, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, दिल्ली और केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ के पुलिस प्रमुखों की समन्वय बैठक होगी.

अंतरराज्यीय ड्रग्स सेक्रेटेरियट की हुई थी स्थापना
बैठक मादक पदार्थों के दुरुपयोग एवं अवैध तस्करी की ज्वलंत समस्या पर नियंत्रण के लिए की जाएगी. पिछली बैठक में निर्णय के बाद अंतरराज्यीय ड्रग्स सेक्रेटेरियट की स्थापना की गई, जिसके माध्यम से सूचनाओं का आदान-प्रदान किया जाना संभव हुआ.

पाकिस्तान से आता है मादक पदार्थ
मनोज यादव ने कहा कि ड्रग तस्कर किसी भी सीमा को नहीं पहचानते. पाकिस्तान से आने वाले मादक पदार्थ पंजाब से होते हुए हरियाणा के रास्ते दिल्ली पहुंचता है. तस्कर को काबू करने के लिए सभी राज्यों में समन्वय होना जरूरी है ताकि एकजुट होकर इन पर नकेल कसी जा सके.

पंचकूला: 26 जून के दिन को मादक पदार्थों के दुरुपयोग एवं अवैध तस्करी के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय दिवस के तौर पर मनाया जाता है. इसको लेकर चंडीगढ़ में कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा. इस कार्यक्रम में हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल, भारत सरकार के नार्कोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो डीजी अजय और केन्द्रीय एजेंसियों के अधिकारी उपस्थित रहेंगे.

डीजीपी मनोज यादव

मादक पदार्थों में ढाई गुना वृद्धि हुई
पुलिस महानिदेशक मनोज यादव ने ने बताया कि मादक पदार्थों के दुरुपयोग और अवैध तस्करी में हरियाणा डेंजर जॉन में है. इसलिए हरियाणा को प्रभावी कदम उठाने की आवश्यकता है. 2014 से 2018 के 4 वर्षो में मादक पदार्थों को पकड़ने की संख्या में ढाई गुना वृद्धि हुई है.

पुलिस प्रमुखों की समन्यव बैठक
इसी बारे में जानकारी देते हुए हरियाणा पुलिस महानिदेशक मनोज यादव ने बताया कि 26 जून को चंडीगढ़ में हरियाणा पुलिस द्वारा एक बार फिर पंजाब, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश, जम्मू कश्मीर, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, दिल्ली और केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ के पुलिस प्रमुखों की समन्वय बैठक होगी.

अंतरराज्यीय ड्रग्स सेक्रेटेरियट की हुई थी स्थापना
बैठक मादक पदार्थों के दुरुपयोग एवं अवैध तस्करी की ज्वलंत समस्या पर नियंत्रण के लिए की जाएगी. पिछली बैठक में निर्णय के बाद अंतरराज्यीय ड्रग्स सेक्रेटेरियट की स्थापना की गई, जिसके माध्यम से सूचनाओं का आदान-प्रदान किया जाना संभव हुआ.

पाकिस्तान से आता है मादक पदार्थ
मनोज यादव ने कहा कि ड्रग तस्कर किसी भी सीमा को नहीं पहचानते. पाकिस्तान से आने वाले मादक पदार्थ पंजाब से होते हुए हरियाणा के रास्ते दिल्ली पहुंचता है. तस्कर को काबू करने के लिए सभी राज्यों में समन्वय होना जरूरी है ताकि एकजुट होकर इन पर नकेल कसी जा सके.

Intro:26 जून के दिवस मादक पदार्थो के दुरुपयोग एवं अवैध तस्करी के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय दिवस के तौर पर मनाया जाता है। इसी को लेकर 26 जून को चंडीगढ़ में सात उत्तरी राज्यों व केंद्रीय शासित प्रदेश चंडीगढ़ की पुलिस की पुलिस महानिदेशकों की होने वाली एक समन्वय बैठक में मादक पदार्थ के दुरुपयोग एवं अवैध तस्करी की चुनोतियों पर चर्चा कर उसपर अंकुश लगाने के लिए कारगर रणनीति की जायेगी। इस कार्यक्रम में हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल, भारत सरकार के नार्कोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो डीजी अजय व केन्द्रीय एजेंसियों के अधिकारी विशेष तौर पर उपस्थित रहेंगे।पुलिस महानिदेशक मनोज यादव ने कहा कि मादक पदार्थो के दुरुपयोग व अवैध तस्करी में हरियाणा डेंजर जॉन में है इसलिए हरियाणा को प्रभावी कदम उठाने की आवश्यकता है। 2014 से 2018 के 4 वर्षो में मादक पदार्थो को पकड़ने की संख्या में ढाई गुना विरिधि हुई है।


Body:हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल की पहल पर हरियाणा में मादक पदार्थो की बढ़ती खपत व तस्करी के बारे में उन्हें जो रिपोर्ट दी जाती है उस पर प्रभावी नियंत्र के लिए मुख्यमंत्री 20 अगस्त 2018 को उत्तरी राज्यों के मुख्यमंत्रियों व अधिकारियों की एक संयुक्त बैठक पहले ही कर चुके हैं। जिससे कि सभी राज्यों में समन्वय सथापित करके नाश खोरी से प्रभावी ढंग से निपटने व अंकुश लगाया जा सके। इसी बारे में जानकारी देते हुए हरियाणा पुलिस महानिदेशक मनोज यादव ने बताया कि इस कड़ी में 26 जून को चंडीगढ़ में हरियाणा पुलिस द्वारा एक बार फिर पंजाब, राजेस्थान, हिमाचल प्रदेश, जम्मू कश्मीर, उत्तराखंड, उत्तरप्रदेश, दिल्ली और केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ के पुलिस प्रमुखों की समन्वय बैठक का आयोजन किया जा रहा है, ताकि मादक पदार्थो के दुरुपयोग एवं अवैध तस्करी की ज्वलंत समस्या पर नियंत्रण किया जा सके। पिछली बैठक में निर्णय के बाद अंतर राजिये ड्रग्स सेक्रीट्रीयट की स्थापना की गई, जिसके माध्यम से अंतर राजिये सूचनाओं का आदान-प्रदान किया जाना संभव हुआ। पुलिस महानिदेशक मनोज यादव ने कहा कि ड्रग तस्कर किसी भी अंतरराजिये सीमा को नहीं पहचानते। पाकिस्तान से आने वाले मादक पदार्थ पंजाब से होते हुए हरियाणा के रास्ते दिल्ली पहुंचता है। अंतरराष्ट्रीय ड्रग तस्कर को काबू करने के लिए सभी राज्यों में समन्वय होना जरूरी है ताकि एक जुट होकर इन पर नकेल कसी जा सके।


Conclusion:जिस प्रकार पंजाब में सवार्धिक नशा होने के कारण पंजाब को उड़ता पंजाब कहा जाने लगा है,उसी प्रकार क्या हरियाणा में स्तिथ है, पर पूछे गए सवाल पर डीजीपी मनोज यादव ने जवाब देते हुए कहा कि पंजाब जैसी स्थिति हरियाणा में नहीं है। डीजीपी ने कहा कि हरियाणा में स्तिथ अभी गंभीर है पर जो प्रविर्तियाँ( ट्रंड्स ) सामने आ रही है उनके अनुसार मादक पदार्थों के दुरुपयोग व अवैध तस्करी के बढ़ने के कुछ ऐसे संकेत मिल रहे हैं जिन पर नियंत्रण करना बहुत जरूरी है अन्यथा भविष्य में परिणाम गंभीर हो सकते हैं। इस लिए समय रहते जागने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि नाश पीड़ित लोगों की ड्रग ट्रीटमेंट केंद्रों पर गिनती बढ़ती जा रही है। भूगोलिक दृष्टि से हरियाणा समग्लिक नेटवर्क के बीच ने बैठे हुए है। हरियाणा, दिल्ली और पंजाब के बीच में ट्रांजिट के तौर पर प्रयोग में लाया जा रहा है, स्मगलर यहां इसे बेचने को बड़ा भी सकते है। डीजीपी ने कहा कि पुलिस विभाग इन समग्गलरों का डाटा जिला व राज्य स्तर पर भी एकत्रित करते हैं। जेल से छूटे हुए स्मगलर व नशे से जुड़े लोगों पर भी नजर रखी जाती है , परंतु इस डाटा को अधिक उपटूडेट व दरुस्त करने की जरूरत है। डीजीपी मनोज यादव ने बताया कि 2014 से 2018 के चार वर्षों में मादक पदार्थ पकड़े हैं और इनकी संख्या में ढाई गुना विरिधि हुई है और साथ ही रिकवरी में भी।

BYTE - मनोज यादव, डीजीपी हरियाणा।
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