पंचकूला: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के संघ चालक मोहन भागवत के बारे में गलत ढंग से सोशल मीडिया पर एक पीडीएफ और फोटो वायरल होने का मामला सामने आया है. पुलिस ने स्वयं सेवक संघ के कार्यकर्ता ईश्वर जिंदल की शिकायत पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार सेक्टर 10 निवासी ईश्वर जिंदल ने पुलिस को दी शिकायत में कहा गया है कि वो पिछले 50 सालों से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ में कार्यकर्ता के रूप में सक्रिय है. उन्हें 17 जनवरी को उनके जानकार ने बताया कि व्हाट्सएप पर एक बड़ा ही गलत मैसेज वायरल हो रहा है, जिसमें राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के संघचालक मोहन भागवत के बारे में बड़े ही गलत ढंग से समाज में वैमनस्य पैदा करने वाली कुछ बातें लिखी हुई है.
सेक्टर -10 चौकी इंचार्ज नरेंद्र सिंह ने बताया कि शिकायतकर्ता ईश्वर जिंदल की शिकायत पर विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है. पुलिस की तरफ से व्हाट्सएप ऑफिस को भी एक लेटर लिखकर मोहन भागवत के खिलाफ इस वायरल मैसेज को रोकने के लिए अनुरोध किया गया है. साथ ही पुलिस का कहना है कि मामले की गहनता से जांच की जाएगी और जल्दी आरोपी को गिरफ्तार कर लिया जाएगा.
सोशल मीडिया पर फैलाया जा रहा भ्रम
आपको बता दें कि वायरल हुए मैसेज में लिखा हुआ है कि मोहन भागवत ने एक नया संविधान बनाया जाएगा, जो केवल हिंदू धर्म पर ही आधारित है. भारत को हिंदू राष्ट्र घोषित कर दिया गया है. नागरिकता का अधिकार धर्म ही होगा, इसके अनुसार विधायिका का कार्यपालिका का गठन जाति के आधार पर ही होगा. सरकारी नौकरी भी जाति के आधार पर दी जाएगी. नारी का कोई अधिकार नहीं होगा. ब्राह्मण को पवित्रतम इंसान और गाय को पवित्रतम पशु घोषित किया जाएगा.
नया भारतीय संविधान?
भारत को अब केवल हिंदुस्तान ही कहा जाएगा, जिसका ध्वज भगवा होगा और राष्ट्रगान वंदे मातरम होगा. संविधान हिंदू कैलेंडर साल 2020 से लागू होगा. वायरल हुए मैसेज में लिखा गया है कि बौद्ध, जैन, सिख, ईसाई, पारसी और मुसलमान आदि सभी चतुर्थ श्रेणी के नागरिक होंगे और राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और राज्यों के मुख्यमंत्री आदि सभी केवल ब्राह्मण ही होंगे. साथ ही इस प्रकार की अनेक अनर्गल बातें लिखी गई हैं, जोकि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ को बदनाम करने की नियत से लिखी गई हैं. वहीं इस लेख के सबसे ऊपर मोहन भागवत की फोटो को लगाया गया है.
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इस मामले को लेकर उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में पुलिस ने सोशल मीडिया पर 'नया भारतीय संविधान' की पीडीएफ फाइल आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत की फोटो के साथ शेयर करने के आरोप में एक शख्स के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है. मामले को लेकर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की ओर से शिकायत दर्ज कराई गई थी.