पंचकूलाः हिंदुओं का पारंपरिक त्यौहार महाशिवरात्रि पूरे भारत में मनाया जा रहा है. महाशिवरात्रि का पर्व संसार से अंधेरे और अज्ञानता को दूर करने के उपलक्ष्य में मनाया जाता है. महाशिवरात्रि के दिन आज सुबह से ही मंदिरों में भक्तों का तांता लगा हुआ है. हर कोई चाहता है कि भगवान शिव की कृपा उन पर बनी रहे. इसी कड़ी में पंचकूला के सकेतड़ी मंदिर में भी भारी भीड़ लगी हुई है.
मंदिरों में लगा श्रद्धालुओं का तांता
पंचकूला से कुछ ही दूर पर सकेतड़ी गांव में बने प्राचीन शिव मंदिर में भी इस बार महाशिवरात्रि का त्योहार धूमधाम से मनाया जा रहा है. इस अवसर पर लाखों की संख्या में हरियाणा सहित अन्य राज्यों से लोग आकर शिवजी की पूजा अर्चना करते हैं और माथा टेकते हैं. महाशिवरात्रि का त्यौहार पंचकूला में धूमधाम से मनाया जा रहा है. मंदिरों में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ देखने को मिल रही है.
यहां-यहां से माथा टेकने आते हैं भक्त
पंचकूला से कुछ ही दूरी पर स्थित सखेतड़ी गांव में प्राचीन शिव मंदिर के पुजारी ने बताया कि यहांं हर साल महाशिवरात्रि का त्यौहार मनाया जाता आ रहा है. उन्गोंने बताया कि महाशिवरात्रि के दिन लाखों श्रद्धालु माथा टेकते है. सकेतड़ी मंदिर के पुजारी रामलाल शास्त्री ने बताया कि पंचकूला संहिता चंडीगढ़, मोहाली, दिल्ली व अन्य राज्यों से श्रद्धालु यहां सकेतड़ी मंदिर में माथा टेकने आते हैं.
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पांडवों के समय से स्थापित है मंदिर- पुजारी
पुजारी रामलाल ने बताया कि जो भी भक्त शिवजी की पूजा करते हैं. उनकी सभी मनोकामना पूरी होती है. उन्होंने बताया कि सकेतड़ी मंदिर पांडवों के समय बनाया गया था और सालों से इस मंदिर में पूजा होती आ रही है. भक्तों को पूरा विश्ववास है कि महादेव उनकी मनोकामना सुनेंगे और जल्द उसे पूरा करेंगे. पुजारी के मुताबिक इस मंदिर में जो भी सच्चे दिल से भगवान शिव को जल चढ़ाता है भगवान शिव उसकी मनोकामना जरूर पूरी करते हैं.