पंचकूला: नागरिक आस्पताल की डॉक्टर पूनम भार्गव के मामले में पंचकूला कोर्ट में सुनवाई हुई. सुनवाई के दौरान बचाव पक्ष की अग्रिम जमानत की याचिका पर पुलिस ने अपना जबाब दायर किया.
3 मार्च को होगी सुनवाई
अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश नरेंद्र सूरा की अदालत में पुलिस द्वारा दायर किए गए जवाब पर बहस की गई. वहीं अदालत ने मामले की अगली सुनवाई के लिए 3 मार्च की तारीख तय कर दी है. अगली सुनवाई यानि 3 मार्च को पुलिस द्वारा बहस जारी रखी जाएगी और उसके बाद ही अदालत द्वारा याचिका पर अपना फैसला सुनाएगा.
सुनवाई के दौरान मामले में उस समय नया मोड़ आ गया जब बचाव पक्ष के वकील प्रमोद भारद्वाज द्वारा अदालत में पंजाब के एक गिरोह द्वारा जोकि डाक्टरों को गर्भपात करने का स्टिंग करके डाक्टरों को ब्लैक मेलिंग करके पैसे उगाही करने का गोरखधंधा चला रहा है कि जानकारी दी.
जानकारी के अनुसार उन्होंने अदालत को बताया कि पंजाब के संगरुर जिले में पिछले दिनों वहां की पुलिस ने एक ऐसे गिरोह के 6 सदस्यों को गिरफ्तार किया था जोकि सुनियोजित ढंग से डॉक्टर्स का स्टिंग ऑपरेशन कर उनसे ब्लैकमेलिंग कर लाखों रुपये ऐंठते थे.
संगरूर के गिरोह का दिया हवाला
बचाव पक्ष के वकील प्रमोद भारद्वाज ने बताया कि संगरुर में गिरफ्तार किए गए आरोपियों और पंचकूला की डॉक्टर पूनम भार्गव को ब्लैकमेल करने वाले व्यक्तियों में काफी समानता है. इन दोनों घटनाओं में एक ही आदमी अमनदीप मास्टरमाईंड है. जो पटियाला का रहने वाला है.
मार्च तक टली सुनवाई
बचाव पक्ष के वकील प्रमोद भारद्वाज ने अदालत में भी ये दलील रखी कि इस पूरे प्रकरण में डॉक्टर पूनम भार्गव पीड़ित हैं. उन्हें ही ब्लैकमेल और प्रताड़ित किया जा रहा है.
बहरहाल देखना ये रहेगा कि बचाव पक्ष की याचिका पर कोर्ट 3 मार्च को अपना क्या फैसला सुनाता है?
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बता दें कि डॉक्टर पूनम भार्गव का एक वीडियो वायरल हुआ था जिसमें वो किसी से अबॉर्शन करने के लिए 20 हजार रुपये की रिश्वत की मांग कर रही थी. साथ ही वो ये भी हवाला दे रहीं थी कि लोग इसके लिए 40 हजार रुपये लेतें हैं.