पंचकूला: बढ़ते महिला अपराधाओं पर चिंता जाहिर करते हुए हरियाणा महिला आयोग की ओर से मुख्यमंत्री मनोहर लाल, गृहमंत्री अनिल विज और प्रदेश की मुख्य सचिव केशनी आनंद अरोड़ा को पत्र लिखा गया है. साथ ही संबंधित विभाग को भी पत्र भेजा गया है.
हरियाणा महिला आयोग ने लिखा मुख्यमंत्री को पत्र
हरियाणा महिला आयोग की ओर से ये पत्र कार्यस्थल पर महिलाओं के साथ हो रहे यौन उत्पीड़न के मामलों की रोकथाम के लिए लिखा गया है. पत्र में POSH ACT 2013 के बारे में महिलाओं को जागरुक करने के लिए कहा गया है.
‘महिलाओं को किया जाना चाहिए जागरुक’
पत्र के बारे में जानकारी देते हुए हरियाणा महिला आयोग की उपाध्यत्र प्रीति भारद्वाज ने बताया कि आयोग की ये सोच और कोशिश रही है कि POSH ACT 2013 के बारे में जितनी ज्यादा जागरूकता हो उतना अच्छा है. उन्होंने बताया कि ज्यादातर महिलाओं को इस एक्ट के बारे में जानकारी ही नहीं होती है. जिस वजह से वो अपने साथ हो रहे शोषण के खिलाफ आवाज नहीं उठा पाती है.
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प्रीति भारद्वाज ने कहा कि हर जिले में स्थानीय शिकायत कमेटी होती है, लेकिन लोगों को उसके बारे में जानकारी नहीं होती है. इसकी जागरूकता के लिए हमें हर संस्थान और एग्जीक्यूटिव एजेंसियों के सहयोग की जरूर होती है. जिसको लेकर ये पत्र लिखा गया है.
सरकार को सर्कुलर जारी करने का दिया सुझाव
उन्होंने बताया कि पत्र में सरकार को सर्कुलर जारी करने का सुझाव दिया गया है. सर्कुलर के जरिए सभी जिलों के उपायुक्तों को आदेश दिए जाने चाहिए कि वो अपने-अपने जिले में सभी प्राइवेट संस्थानों को सर्कुलर जारी करें. ताकि लोगों को खासकर महिलाएं एक्ट के बारे में जागरुक हो सकें.